Black-breasted Weaver बंगाल बया। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, समदा झील, पण्डितपुर, अयोध्या-224188, उत्तर प्रदेश, January 02, 2021

Black-breasted Weaver बंगाल बया

रोचक तथ्य यह है कि नर के द्वारा नीड़ निर्माण ही प्रजनन और युगल हेतु किया जाता है। इनमें नर बहु पत्नीक (polygynous)होता है। इसलिए जैसे ही किसी एक नीड़ में मादा अण्डे देती है। नर अन्य नवीन नीड़ निर्माण में संलग्न होता जाता है।

Black-hooded oriole पिरोला। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू, आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, October 08, 2019

Black-hooded oriole पिरोला

पीलक या पिरोला या हरदुआ कान्तिमान पीत वर्ण का का एक सुन्दर पक्षी है। जिसका सिर, डैना और पूँछ श्याम वर्ण की की होती है। यह अत्यंत चपल, तेज और चञ्चल पक्षी है। कोलहल रव करते हुए उपस्थिति प्रदर्शित करता है।

White Breasted Kingfisher, White Throated Kingfisher, किलकिला। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू नदी का कछार, माझा, अयोध्या, फैजाबाद उत्तर प्रदेश, August 27, 2017

White Breasted Kingfisher किलकिला

White Breasted Kingfisher, White Throated Kingfisher, Smyrna Kingfisher, किलकिला, श्वेतकंठ कौडिल्ला, चंद्रकांत मीनरंक, धीवर। भारत का एक सुन्दर सा पक्षी है। सुन्दर रंगों को लिए ये पक्षी शोरगुल भी बहुत करता है। पढ़िए इस बार आजाद सिंह की अवधी चिरईया शृंखला में इसके बारे में।

Rudy Shelduck, लाल सुरखाब, चकवा। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू नदी की कछार, माझा, अयोध्या, फैजाबाद उत्तर प्रदेश, November 19, 2018

Rudy Shelduck, Brahminy Duck, लाल सुरखाब, चक्रवाक, चकवा

Rudy Shelduck चकवाअत्यंत प्राचीन काल से कवियों की संयोग तथा वियोगसंबंधी कोमल व्यंजनाएँ लिए यह पक्षी मिलन की असमर्थता के प्रतीक रूप में अनेक उक्तियों का विषय रहा है। अंधविश्वास, किंवदंती और काल्पनिक मान्यता से युक्त इस पक्षी की तथाकतित उपर्युक्त विशेषता ने इसे कविसमय तथा रूढ़ उपमान के रूप में प्रसिद्ध कर दिया है।

Red Whiskered Bulbul, बुलबुल, चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, अवधपुरी कॉलोनी फैजाबाद उत्तर प्रदेश, June 8, 2017

Pycnonotus jocosus बुलबुल

रक्त श्मश्रु गोवत्सक, बुलबुल Pycnonotus jocosus : इसे घने वन प्रांतर नहीं भाते।  झाड़ियों से भरे हुए मैदान, उद्यान, बस्तियों के आसपास के खेत एवं खुले सपाट क्षेत्र प्रिय हैं। यह बहुत ही प्रसन्न रहने वाली चिड़िया है जो मीठी बोली बोलती है तथा जिस स्थान से इसे लगाव हो जाता है वहाँ इसे बहुतायत में देखा जा सकता है।

अवधी चिरइयाँ : पीलक Oriolus kundoo

पीलक पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर हमारे देश में प्रायः सभी स्थानों पर पाये जाते हैं। यह द्विरूपी (Dimorphic) द्विरूपी पक्षी है। पीलक पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर हमारे देश में प्रायः सभी स्थानों पर पाये जाते हैं। हिमालय में ये 2000 मीटर की ऊँचाई तक पाये जाते हैं।

अवधी चिरइयाँ : टकाचोर Dendrocitta vagabunda

टकाचोर प्रवासी भारतीय पक्षी है जो पाकिस्तान, बँगलादेश में भी पाया जाता है, श्री लंका में नहीं पाया जाता। मुटरी हमारे देश में प्रायः सभी स्थानों पर पाई जाती है| हिमालय में 7000 फुट की ऊँचाई तक पाई जाती है। जंगल, उद्यान आदि स्थानों में रहने वाली यह चिड़िया मानव बस्ती में आती जाती रहती है। इसे घने वन प्रिय नहीं हैं। लम्बी दुम के कारण यह पेड़ों पर ही रहती है और प्राय: जोड़े में दिखती है। यह बहुत ही लजालु चिड़िया है इसलिये प्राय: पेड़ों की पत्तियों में छुपी रहती है, चित्र लेना कठिन होता है।

अवधी चिरइयाँ : घोंघिल ( Anastomus ositans )

घोंघिल लगभग 76 सेंटीमीटर ऊँचाई का स्थानीय स्थानांतरण करने वाला प्रवासी जलीय पक्षी है। घोंघे और केंकड़े इसके प्रमुख आहार होने के कारण इसे यह नाम मिला है। बन्द करने पर भी चोंच किञ्चित खुली सी रहती है जिसके कारण इसे अङ्ग्रेजी में Openbill कहा जाता है।

अवधी चिरइयाँ : SARUS CRANE सारस

सरहंस, उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी। प्रणय का प्रतीक ये अपना जोड़ा जीवन भर के लिए बनाते हैंi यदि किसी कारण एक की मृत्य हो जाये तो दूसरा वियोग में मर जाता है।

अवधी चिरइयाँ : कैमा (Porphyrio porphyrio)

वैज्ञानिक नाम: Porphyrio porphyrio हिन्दी नाम: कैमा ,खरीम ,कलीम संस्कृत नाम: राजीव अम्बुकुक्कुटी अंग़्रेजी नाम: Western Swamphen, Purple Moorhen, Purple Coot चित्र स्थान और दिनाङ्क: माझा, सरयू नदी का किनारा, अयोध्या, 09/04/2017 छाया चित्रकार (Photographer): आजाद सिंह Kingdom: Animalia Phylum: Chordata Class: Aves Order: Gruiformes Family: Rallidae Genus: Porphyrio Species: Porphyrio Wildlife schedule: IV कैमा…

अवधी चिरइयाँ : करांकुल (Pseudibis papillosa)

लाल-नैप आइबिस लम्बे पैरों वाला एक बड़ा काला पक्षी है जिसकी चोंच लम्बी और नीचे को झुकी हुई, पंख और पूँछ नीले-हरे रंग की चमक के साथ काले जबकि गर्दन और शरीर भूरे रंग के होते हैं। इसके कंधे पर एक सफेद धब्बा और सिर के ऊपर चमकीली लाल त्वचा का एक भाग होता है जिसके कारण ही इसका नाम पड़ा है। इसके विकसित बच्चे भूरे रंग के और प्रारम्भ में नंगे सिर वाले होते हैं।

अवधी चिरइयाँ : कोटुर (Psilopogon zeylanicus)

हरे और भूरे वर्ण के कोटुर (Megalaima zeylanicus or Psilopogon zeylanicus) पक्षी प्राय: अकेले ही पाये जाते हैं किंतु फल उद्यानों में 20 की संख्या तक के झुण्ड में भी देखे गये हैं। ये शीत ऋतु में लगभग चुप रहते हैं किंतु ग्रीष्म ऋतु में लगातार कुटरू कुटरू की ध्वनि निकालते रहते हैं।