शून्य – 2
यह उस दार्शनिक प्रश्न की तरह है कि नेत्रहीन को क्या दीखता है? अगर हम कहें काला या अँधेरा तो अर्थ हुआ कि नेत्रहीन को ‘कुछ’ दिखता है!
यह उस दार्शनिक प्रश्न की तरह है कि नेत्रहीन को क्या दीखता है? अगर हम कहें काला या अँधेरा तो अर्थ हुआ कि नेत्रहीन को ‘कुछ’ दिखता है!