श्राद्ध और सम्बन्धी
श्राद्ध और सम्बन्धी – हम पितरों को कृष्णतिल एवं पयमिश्रितजल अर्पण करते हैं। एक गृहस्थ द्वारा षोडश दिवसपर्यन्त नित्य तर्पण किया जाना चाहिए।
श्राद्ध और सम्बन्धी – हम पितरों को कृष्णतिल एवं पयमिश्रितजल अर्पण करते हैं। एक गृहस्थ द्वारा षोडश दिवसपर्यन्त नित्य तर्पण किया जाना चाहिए।
आज श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को सभी संस्कृतप्रेमी संस्कृत-दिवस का आयोजन कर रहे हैं। कहा गया है- “संस्कृति: संस्कृताश्रिता” अर्थात् भारत की संस्कृति संस्कृत भाषा पर ही आश्रित या निर्भर है।
Death of civilization “If there will be water after our gross disrespect by water usage (by inefficient agriculture, unwanted industry usage, faulty management, deforestation), that water will be sheer poison due to excess use of fertilizers.” What do you expect from a polluted rivulet or river? Foster mother like nurturance? My dear friend, come out of…