फोटो का स्थान: सरयू का कछार अयोध्या फैजाबाद उत्तर प्रदेश।
फोटो का दिनांक: १६ अप्रैल, २०१७
Pheasant–Tailed Jacana
वैज्ञानिक नाम (Zoological Name): Hydrophasianus Chirurgus
हिन्दी नाम (Hindi Name): पिहू, पिहुया, जल मयूर, कमलपक्षी, चित्र बिलाई
संस्कृत नाम (Sanskrit Name): जलमंजर,जलकपोत
Kingdom: Animalia
Phylum: Chordata
Class: Aves
Order: CHARADRIFORMES
Family: JACANIDAE
Genus: Hydrophasianus
Species: Chirurgus
Category: UPLAND GROUND BIRD
Wildlife schedule: IV
Size: 36cm
आवास (HABITATE): झील, पोखर जिसमे कमल, कुमुदिनी, जलकुम्भी जैसे तैरते हुए पौधे हों।
प्रवासी स्थिति (MIGRATORY STATUS): प्रवासी भारतीय, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार और श्रीलंका में पाया जाता है। भारत में कश्मीर में ५०००-६००० फीट की ऊँचाई तक पाया जाता है।
दृश्यता (VISIBILITY): बहुत कम दिखने वाला।
भोजन (FOOD): कीड़े मकोड़े,छोटे घोंघे तथा वनस्पतियाँ आदि।
नर/मादा (SEXES): नर एवं मादा एक जैसे होते हैं, पर मादा का साइज़ थोडा बड़ा।
प्रजनन काल (NESTING PERIOD): जून से अगस्त। मादा बहुपतीत्व (POLYANDROUS)।
विवरण: जल मयूर लम्बे पंजों वाली छोटा भूरे रंग का बहुत सुन्दर पक्षी है। जिसे हम जलाशयों के कमल आदि के चौड़े पत्तों पर घूमते देख सकते हैं। यह जल मखानी (BRONZE WINGED JACANA) की तरह शर्मीला नहीं बल्कि एक निडर पक्षी होता है। इसका ऊपरी हिस्सा भूरा, गर्दन सफ़ेद जिस पर कड़ी भूरी रेखा और नीचे का भाग सफ़ेद रहता है। गर्मियों में नर की पूँछ पर ६ इंच लम्बे पंख निकल आते हैं।
रंग-रूप: जल मयूर के नर और मादा एक ही रंग-रूप के होते हैं। लेकिन गर्मियों में इनकी पोशाक बदल जाती है। मादा नर से थोड़ी बड़ी होती है। नर की लम्बाई लगभग १२ इंच, जड़ों में इसके शरीर का ऊपरी भाग भूरा, सिर तथा ऊपरी गर्दन पर सफ़ेद लकीरें, आंख के ऊपर भी सफ़ेद लकीर और वहीँ से एक भूरी पीली पट्टी गर्दन तक। आंख के पास के बगल तक एक कल्छौंह पट्टी जो सीने की और जाते-जाते चौड़ी हो जाती है। नीचे का पूरा हिस्सा और पूँछ के बाहरी पंख सफ़ेद, पूँछ के बीच के पर भूरे, डैन के पंख हलकी और भूरी पट्टियो से भरे। पूँछ के दोनों बगल पर एक-एक सफ़ेद चित्ता और डैन के बाहरी पंखों का रंग काला।
गर्मियों में सिर और गर्दन का निचला भाग सफ़ेद और गर्दन का ऊपरी हिस्सा सुनहला पीला, नीचे का कुल हिस्सा गाढ़ा कत्थई दोनों बगल के हिस्से सफ़ेद, पूँछ कल्छौंह, नर की पूंछ पर ६ इंच लम्बे पंख निकल आते हैं जिससे ये बहुत सुन्दर और भड़कीला लगने लगता है। आंखे भूरी, टाँगे गन्दी भूरी और चोंच हर्छौंह पीली।
घोसला: जोड़ा बनाने का समय जून से अगस्त तक। यह घास-पात से एक बड़ा और भद्दा सा घोसला किसी टापू या तैरती हुई वनस्पतियों पर बनाता है। मादा सामान्यत: ४ अंडे देती है। जिनका रंग शीशे जैसे चमक के साथ हर्छौंह या ताम्बे के रंग जैसा, अण्डों का आकार १.४६ इंच *१.१२ इंच।
लेखक: आजाद सिंह |
बेहतरीन जानकारी
साथ मे बहुत ही सुंदर छायांकन