Phragmites karka नल नरकुल नळ और बुद्ध (लघु दीप)

Phragmites karka नल नरकुल नळ और बुद्ध : लघु दीप – ३२

Phragmites karka नल नरकुल – गतासूनगतासूंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥ अनागतप्पजप्पाय, अतीतस्सानुसोचना। एतेन बाला सुस्सन्ति, नळोव हरितो लुतो’’ति॥
ऐतिहासिक बुद्ध जिस धरती पर जन्मे थे, वहाँ नरकुल की बहुलता थी। उनके उपदेशों में तो चर्चा है ही, इतर बौद्ध वाङ्मय में नळ के उल्लेख से तत्कालीन समाज में इस वनस्पति के बहुविध उपयोग के बारे में पता चलता है।