पेटी एकांत नवसंवत्सर – निर्वासित जीवन या जीवित निर्वासन?

आपदा की छाया में नवसंवत्सर आया है। वासंतिक नवरात्र का ऐसे समय में प्रारम्भ हो रहा है। आवश्यक है कि वे जो उपर्युक्त से क्षुब्ध रहते हैं, वे आत्ममंथन व मनन कर वह धारा प्रवाहित करें जो सबको सोचने पर विवश करे। शुभमस्तु।     

नवसंवत्सर ‘विरोधकृत’, ऋग्वेद, गुरु एवं शनि का अङ्कगणित, स्टीफेन हॉकिंग Hindu New Year

नवसंवत्सर विरोधकृत, Hindu New Year वर्षा के पश्चात शरद आना ही है, गैलिलियो के पश्चात वैसे ही किसी को आना ही है, कोई आइंस्टीन था तो उसका रूप अब भी होना ही चाहिये! नहीं? समस्या यह भी है कि हम अपने यहाँ आर्यभट भी होना ही चाहिये, कौटल्य आना ही चाहिये; नहीं सोचते। उनके यहाँ संयोग मनाने की दिशा भी भिन्न है।

नवसंवत्सरोऽयं

अद्य नवसंवत्सर पर्वः अस्ति। सामान्यतया अस्माकं भारत देशे कार्यालयेषु, वित्तकोषेशु, विद्यालयेषु सामान्यजनाः व्यवहारे ख्रीष्ट वर्षपदः उपयुज्यते।