अकादमिक चौर्य कर्म तथा भारतीय भाषाओं के लिये एक मञ्च
भारत के उच्च शिक्षा शोध संस्थानों की प्रतिष्ठा एवं वरीयता अंतर्राष्ट्रीय स्तर की न होने के ढेर सारे कारणों में से प्रमुख एक है – अकादमिक शुचिता का अभाव। निचले स्तर पर छिछ्लापन एवं चौर्य कर्म की प्रचुरता तो है ही, स्तरीय कहे जाने वाले संस्थान भी पीछे नहीं। ‘फ्रॉड’ करने में भी उनका नाम…