Markandeya Vaman Koorma मार्कण्डेय वामन कूर्म [पुराण चर्चा-1, दशावतार व बुद्ध -2]
कलियुग के लक्षणों को गिनाते हुये इस पुराण में शुक्लदंताजिनाख्या, मुण्डा, काषायवासस: पद प्रयुक्त हुये हैं जिन्हें स्पष्टत: बौद्ध मत का परोक्ष उल्लेख कहा जा सकता है:
अट्टशूला जनपदाः शिवशूलाश्चतुष्पथाः । प्रमदाः केशशूलिन्यो भविष्यन्ति कलौ युगे ॥
शुक्लदन्ताजिनाख्याश्च मुण्डाः काषायवाससः । शूद्रा धर्मं चरिष्यन्ति युगान्ते समुपस्थिते ॥