Vyanjan Sandhi व्यञ्जन सन्धि या हल् संंधि – २ : सरल संस्कृत – १०
त्र्यम्बकम् . यजामहे . सुगन्धिम् . पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकम्. इव. बन्धनात् . मृत्योः . मुक्षीय . मा . अमृतात् ॥ इसमें बन्धनात् एवं मृत्योर्मुक्षीय की सन्धि में प्रथम शब्द के अन्तिम ‘त्’ के पश्चात मृत्यु का म् आया है अत: संधि पश्चात त् का परिवर्तन सवर्गी अनुस्वार न् में हो कर बन्धनान् हो जायेगा।उच्चारण शुद्धि हेतु श्री सूक्त में देखें।