Black-breasted Weaver बंगाल बया। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, समदा झील, पण्डितपुर, अयोध्या-224188, उत्तर प्रदेश, January 02, 2021

Black-breasted Weaver बंगाल बया

रोचक तथ्य यह है कि नर के द्वारा नीड़ निर्माण ही प्रजनन और युगल हेतु किया जाता है। इनमें नर बहु पत्नीक (polygynous)होता है। इसलिए जैसे ही किसी एक नीड़ में मादा अण्डे देती है। नर अन्य नवीन नीड़ निर्माण में संलग्न होता जाता है।

Black-hooded oriole पिरोला। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू, आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, October 08, 2019

Black-hooded oriole पिरोला

पीलक या पिरोला या हरदुआ कान्तिमान पीत वर्ण का का एक सुन्दर पक्षी है। जिसका सिर, डैना और पूँछ श्याम वर्ण की की होती है। यह अत्यंत चपल, तेज और चञ्चल पक्षी है। कोलहल रव करते हुए उपस्थिति प्रदर्शित करता है।

Purple sunbird शकरखोरा (Male/नर, Female/मादा)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू, आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, March 14, 2017

Purple sunbird शकरखोरा

शकरखोरा एक छोटी सी सुन्दर चिड़िया है, जो हमारे खेतों व पुष्प-उद्यानों में इधर-उधर उछलती फुदकती, फूलों का रस चूसते प्राय: दिखाई पड़ जाती है। शीतकाल में नर का वर्ण जनित अभिज्ञान भी मादा समरूप ही हो जाता है, बस चोंच से लेकर उदर तक एक गहन नीललोहित वर्ण की पट्टी आ जाती है (इस प्रकार के पंखों को  Eclipse Plumage कहते हैं) । प्रजनन काल में नर का वर्ण अभिज्ञान अति सुन्दर, कान्तिमान नील व नीललोहित हो जाता है।

Jungle Babbler/Seven Sisters सतबहिनी चरखी। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू नदी तट, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, March 07, 2017

Jungle Babbler Seven Sisters सतबहिनी चरखी : Argya striata

सतबहिनी चरखी भारत का बारहमासी पक्षी है और लगभग १० इंच के इस चञ्चल पक्षी को पूरे भारत के गाँवों के खेत खलिहान, उद्यानों एवं जंगलो में भूमि पर भोजन खोजते या पेड़ों की निचली शाखाओं पर कलरव कोलाहल (हहोलिका नाम इस कारण से) करते ७-१० के झुण्ड में देखा जा सकता है।

Striated Babbler बड़ा चिलचिल। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, May 07, 2017

Striated Babbler बड़ा चिलचिल

बड़ा चिलचिल लगभग १० इंच का एक चञ्चल पक्षी है जो बड़ी-बड़ी घासों के बीच में ७ से १० के झुण्ड में दिखाई पड़ता है। इसके नर एवं मादा एक जैसे होते हैं। समभौमिक क्षेत्रों का पक्षी है जो पंजाब से लेकर गांगेय क्षेत्रों से होते हुए ब्रह्मपुत्र के क्षेत्र, नेपाल की आर्द्रभूमि, असम, बंगाल और ओडिशा के महानदी के नदीमुख क्षेत्र तक पाया जाता है।

Paddy-field Pipit चरचरी। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, July 21, 2020 तथा सोहागी बरवा वन्यजीव अभयारण्य, हररैया, बलरामपुर के पास - 271201, उत्तर प्रदेश, July 10, 2020

Paddy-field Pipit चरचरी धान चिड़ी, रुगैल, चुइँया – Anthus rufulus

चरचरी मैदानी क्षेत्रों का पक्षी है। जिसे धान के खेतों, खुले मैदानों, वाटिकाओं, जल स्रोतों के कूल पर या झाड़ियों पर बैठना रुचिकर है। जहाँ इनको इधर-उधर फुदकते हुए बीज और कीड़े-मकोड़े पकड़ते देखा जा सकता है।

Bengal bush lark अगिन। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, June 25, 2017

Bengal bush lark अगिन

Bengal bush lark अगिन, खुले मैदानों और खेतों में पाई जाने वाली चिड़िया है। जिसे खेतों में दाना चुगते या फिर झाड़ियों पर बैठे हुए देखा जा सकता है। इसका आवास जल स्रोतों के निकट अधिक होता है। इसकी लम्बाई लगभग ६ इंच होती है। अभिज्ञान या दिखने में इसके नर और मादा एक जैसे होते हैं।

Pied bushchat अश्वक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, शारदा नहर का तट, निकट पैगापुर ग्राम, अयोध्या - 224001, उत्तर प्रदेश, March 14, 2017

Pied bushchat काला पिद्दा

Pied bushchat काला पिद्दा। इस पक्षी का अश्वक नाम अश्व अर्थात घोड़े के शिशु की चञ्चल चपल प्रकृति से साम्यता के कारण पड़ा। अश्म शब्द का अर्थ पत्थर या चट्टान है जिसकी सङ्गति Rock Thrus एवं Stone Chat (Saxicola torquatus) से बैठती है।

Red-vented Bulbul (Juvenile) गुल्दुम बुलबुल (किशोर)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू नदी का किनारा, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, June 27, 2020

Red-vented Bulbul कलसिरी बुलबुल गुल्दुम, Pycnonotus cafer

Red-vented Bulbul गुल्दुम बुलबुल की पूँछ का अंतिम छोर श्वेत वर्ण व मूल भाग का वर्ण गहन रक्त वर्णीय होता है। जिससे इसका अभिज्ञान अत्यंत सरल है। इसकी आक्रामक (झगड़ालू) प्रवृत्ति के कारण ही एक समय इसको लोग लड़ने के लिए पालते भी थे।

Yellow Throated Sparrow (Male) जङ्गली गौरइया (नर)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, April 30, 2017

Yellow Throated Sparrow जङ्गली गौरइया

जङ्गली गौरइया लगभग ६ इंच का पक्षी है जो हमारी घरेलू चिड़िया गौरैया सदृश ही होता है। इनमें भी नर और मादा का वर्ण गौरैया की ही भांति भिन्न होता है। नर के गले पर पीतवर्णीय धब्बा होता है।

Small Minivet (Male) सहेली (नर)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, March 03, 2020

Small Minivet सहेली

सहेली लगभग ६ इंच का छोटा सा सुन्दर पक्षी है जो युगल में या लघु झुण्ड में पेड़ों के ऊपर फुदकते हुए देखा जा सकता है। इसकी चोंच और पंजे कृष्ण वर्णीय तथा नेत्र गोलक भूरा होता है।

Blyth's Reed-warbler छोटा पोदेना। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, January 29, 2020

Blyth’s Reed-warbler छोटा पोदेना

छोटा पोदेना हमारे देश में शीत ऋतु में, अक्टूबर तक, हिमालय पर्वत पार करके भारत प्रवास पर आकर पूरे देश में छा जाता है और शीत ऋतु का प्रभाव अल्प होने के साथ ही अपने मुख्य निवास स्थान पेलार्क्टिक क्षेत्र और पूर्वी यूरोप पुन: लौट जाता है।

Black Redstart (Male) थरथरकंपा (नर)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, February 17, 2020

Black Redstart थरथरकंपा Phoenicurus ochruros

Black Redstart थरथरकंपा बहुत ही शर्मीला और सतर्क पक्षी होता है। जो शीत ऋतु में मैदानी क्षेत्रों में प्राय: अपनी पूंछ को कंपकंपाते हुए देखा जा सकता है। इसीलिए इसका नाम थरथर कंपा पड़ा है।

Oriental Magpie-robin दहियर। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, June06, 2019

Oriental Magpie Robin दहियर

Oriental Magpie Robin दहियर मानव आवास के निकट झाड़ी, उपवन, वाटिकाओं आदि में कीड़े-मकोड़े खोजते या किसी ऊँची शाखा पर बैठा मधुर संगीत सुनाते देखा जा सकता है। यह बांग्लादेश का राष्ट्रीय पक्षी है।

Common Tailorbird दर्जी। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, January 10, 2019

Common Tailorbird दर्जी, सौचिक

Common Tailorbird दर्जी लगभग ५ इंच की एक छोटी सी चुलबुली चिड़िया है। यह पत्तियों को सिलकर अपने अनोखे नीड़ निर्माण के लिए जानी जाती है, इस कारण ही इसका नाम दर्जी पड़ा है। बया पक्षी के बाद इस पक्षी का नीड़ भी बहुत ही कला पूर्ण और सुन्दर होता है।