Birth Date of Rani Lakshmibai रानी लक्ष्मीबाई का जन्म १८२८ या १८३५ ग्रे. [ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु]
मानक के रूप में जन्मतिथि है १९-११-१८३५ किन्तु एक और जन्मतिथि १९-११-१८२८ भी कही और मानी जाती है। फिर इन दोनों में सही जन्मतिथि कौन सी है?
Bathukamma Boddemma बतुकम्मा एवं बोड्डेम्मा – स्त्री पर्व : Tiny Lamps लघु दीप – 19
बतुकम्मा, बोड्डेम्मा। तेलंगाना-तेलगू क्षेत्रों में दो ऐसे पर्व हैं जो पूर्णत: स्त्रियों द्वारा मनाये जाते हैं, पुरुषों का योगदान सामग्री आदि के प्रबंध तक सीमित रहता है।
Perception and Reality अनुभूति व वास्तविकता : सनातन बोध – 40
क्या अनुभूतियाँ (perception) स्थिर न होकर देश, काल और परिस्थिति के अनुसार परिवर्तनशील होती हैं? जीवन में कभी चरम सौन्दर्य एवं अतिप्रिय लगने वाले उपादान भी क्या कभी कालान्तर में हमें व्यर्थ प्रतीत हो सकते हैं?
Spotted Owlet उल्लू
विराम दे दे यह पाँच प्रकार के स्वर निकालता है। इसके स्वर को शुभ माना गया। अन्य नाम पिङ्गचक्षु, पिङ्गेक्षण आदि हैं। क्वयी एवं पिङ्ग नाम भी मिलते हैं। पञ्चतन्त्र का कृकालिका भी यही पक्षी है।
Redefining SI System पेरिस के किलोग्राम का अवसान
भारत के गणित ज्योतिष के उन्नत काल में कभी मुख्य देशान्तर उज्जैन से जाता हुआ माना जाता था तथा उसका विषुवत वृत्त से मिलन बिन्दु लङ्का?
Deepawali in Leicester लैस्टर में दीपावली
कार्यक्रम नागरिकों और प्रशासन के एक साथ काम करने का उत्तम उदाहरण है। भारत में प्रशासन इस तरह करे तो त्यौहारों के समय होने वाली दुर्घटनाओं संभवतः अल्प हों।