Nothing to worry घबरायें नहीं!
Nothing to worry – आपदा के प्रभाव को हमने अब तक नियंत्रित रखा, हानि उठा कर रखा किंतु अब आर्थिक गतिविधियों को पुन: आरम्भ करने का समय है। कटिबद्ध हों।
Nothing to worry – आपदा के प्रभाव को हमने अब तक नियंत्रित रखा, हानि उठा कर रखा किंतु अब आर्थिक गतिविधियों को पुन: आरम्भ करने का समय है। कटिबद्ध हों।
बीमा या निवेश ? : मृत्यु निश्चित है, परंतु तिथि निश्चित नहीं है, हम अमृत चखकर नहीं आये हैं, जाना निश्चित है। चिंतन कीजिये कि यदि आप इसी क्षण से परिवार के साथ नहीं हैं तो वे कैसे रहेंगे! तत्काल ही बीमा लीजिये, निवेश की प्राथमिकता बीमा के पश्चात रखिये।
वित्तीय अनुशासन के अभाव में हम भारतीय लोग अपने ‘वित्तीय जीवन’ को नष्ट करने के लिये क्या-क्या नहीं करते हैं! जब भी हम रूपये पैसे की बातें करते हैं तो ‘हम भारत के’ लोगों का मन रोता है, क्योंकि हम अपने धन के बारे में कभी भी किसी से भी बात ही नहीं करना चाहते…