आदिकाव्य रामायण से – 21 : सुंदरकाण्ड, सीता क्या नष्ट हुईं? [विनष्टा वा प्रनष्टा वा मृता वा जनकात्मजा]

मन जाने कितने अनिष्टशिखरों का आरोहण अवरोहण कर चुका था। कोई विकल्प शेष नहीं था, इतना स्पष्ट हो गया था कि जीवन बचाते हुये वहीं रहना था। मन की धुंध कुछ छँटी, स्पष्टता आई तथा कपि की दृष्टि भी स्वच्छ हुई। विशाल वृक्षों से युक्त अशोकवनिका दिखी – अरे! इसमें तो मैंने ढूँढ़ा ही नहीं!

अशोकवनिका चापि महतीयं महाद्रुमा
इमामभिगमिष्यामि न हीयं विचिता मया

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इतिहास अंत भ्रांति The End of history illusion : सनातन बोध – 16

सनातन बोध : प्रसंस्करण, नये एवं अनुकृत सिद्धांत – 1  , 2, 3, 4 , 5 , 6, 7, 8, 9 , 10, 11,12, 13, 14 , 15 से आगे 2013 में ‘साइंस’ पत्रिका में ‘इतिहास अंत भ्रांति’ (The End of history illusion) के नाम से एक बहुचर्चित शोध प्रकाशित हुआ। हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डैन गिल्बर्ट भी इसके लेखकों में से एक थे। इस शोध में एक…

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GREATER COUCAL CROW PHEASANT SOUTHERN COUCAL महोख डुगडुगी, चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू नदी के पास, माझा, अयोध्या, फैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश, May 07, 2017

GREATER COUCAL CROW PHEASANT SOUTHERN COUCAL महोख डुगडुगी

GREATER COUCAL महोख या डुगडुगी। महोख कौवे जैसा एक बड़ा पक्षी है तथा कोयल परिवार का होते हुए भी परजीवी नहीं। यह लाल और भूरे परों वाली चिड़िया है।     हिंदी नाम:  महोख, महोक, कूक, कूका, डुगडुगी, भारद्वाज/नपिता (मराठी), कुक्कुभ(संस्कृत) वैज्ञानिक नाम: Centropus Sinensis Kingdom – Animalia Phylum – Chordata Class – Aves Order –…

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अकादमिक चौर्य कर्म तथा भारतीय भाषाओं के लिये एक मञ्च

भारत के उच्च शिक्षा शोध संस्थानों की प्रतिष्ठा एवं वरीयता अंतर्राष्ट्रीय स्तर की न होने के ढेर सारे कारणों में से प्रमुख एक है – अकादमिक शुचिता का अभाव। निचले स्तर पर छिछ्लापन एवं चौर्य कर्म की प्रचुरता तो है ही, स्तरीय कहे जाने वाले संस्थान भी पीछे नहीं। ‘फ्रॉड’ करने में भी उनका नाम…

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