sanskrit sentence making वाक्य निर्माण उदाहरण मात्र : सरल संस्कृत – १
देववाणी अभ्यास माला। बोलत बोलत अभ्यास ते आ संस्कृत बोल सुजान।
देववाणी अभ्यास माला। बोलत बोलत अभ्यास ते आ संस्कृत बोल सुजान।
नैतिक निर्णय, मतान्तरण : उनके तर्क तो उनकी सोच के बनने के पश्चात उस सोच के निरूपण एवं उसका औचित्य सिद्ध करने के लिए बने होते हैं!
Tiny lamps लघु दीप : विपत्ति में धैर्य, अभ्युदय में क्षमा, सभा में वाक्पटुता, युद्ध में पराक्रम, यश में अभिरुचि, ज्ञान का व्यसन; महात्माओं के प्रसिद्ध गुण।
आदिकाव्य रामायण : उपस्थिति सुहावन थी किन्तु जनस्थान की स्मृति भी थी। वानर सौम्य है, मन विश्वास करने को कहता था। अविश्वास भी, कहीं मैं सपना तो नहीं देख रही?
हिन्दी पानी नीली धरती – चाहे जो नदी नारे नगर ले लें, प्रदूषण की स्थिति भयानक एवं शिक्षित समाज ‘हम तो ऐसे ही हैं’ के जप में लीन। पुरखे मूर्ख थे बेचारे!
टिटिहरी जो आसमान पाँव पर उठा लेती है। भारत में इसको बहुधा वर्षा ऋतु की कई मान्यताओं से जोड़ा जाता है। तो इस बार मानसून, वर्षा ऋतु के आगमन पर आजाद सिंह की अवधि चिरईया शृंखला में इसी पक्षी के बारे में जानते हैं।