Satan and Sanaatan शैतान एवं सनातन अनेकांतवाद : सनातन बोध – 57

हिब्रू मूल से उपजे अरबी शब्द शैतान के समानार्थक कोई शब्द भारतीय वाङ्मय में नहीं है। शैतान का अर्थ या उसकी तुलना राक्षस, असुर, दैत्य, दानव इत्यादि पौराणिक प्रजातियों से करना मूर्खता ही है।

SSL/TLS https Digital प्रमाण पत्र बाजार

यदि बीच में कोई हैकर किन्हीं दो कम्प्युटर्स के बीच होने वाली सूचना को टेप करने में सफल हो जाये तो सुरक्षा की दृष्टि से अत्यधिक हानि हो सकती है। इसी सुरक्षा को प्रगाढ़ करने वाली एक तकनीकी का नाम है SSL Certifiate.

Marsh Harrier कुतर

कुतर भारत में अपना प्रवास पूरा करके यूरोप और एशिया के अन्य शीत देशों में जाकर प्रजनन करते हैं। अफ्रीका और भारत इनका प्रजनन क्षेत्र नहीं है परन्तु उत्तर भारत में कुछ स्थानों पर इनके नीड़ अप्रैल में देखे गए हैं।

Silent Killer शांत महामारी

सामाजिक संसर्ग या सम्वाद की जो ‘दक्षता’ होती है, वह शनै: शनै: लुप्त हो रही है। परिवार संस्था पर भयानक दबाव है, इतना कि बाल या किशोरावस्था की अपनी संतानों से माता पिता भी बहुत खुल कर सम्वादित नहीं हो पा रहे। आवरण को बड़ा आकर्षक नाम भी दे दिया गया है – ‘निजी स्पेस’।

Sandhi संधि — भूमिका व विसर्ग‍ संधि (स्वर‍ एवं अर्द्धस्वर) : सरल संस्कृत – ६

संधि को आप समझौते से समझ सकते हैं जिसमें दो पक्ष एकत्रित होते हैं, कुछ निश्चित मान्यताओं के अनुसार एक दूसरे को स्वीकार कर संयुक्त होते हैं तथा इस प्रक्रिया में दोनों के रूप परिवर्तित हो एक भिन्न रूप में एकीकृत हो जाते हैं।

Verditer Flycatcher निलकटकटिया, चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, गुप्तार घाट, कम्पनी गार्डन, अयोध्या, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, October 07, 2018

Verditer Flycatcher निलकटकटिया

Verditer Flycatcher निलकटकटिया एक साहसी, निडर, सुन्दर व चञ्चल पक्षी है जिसका रंग नीलप्रस्तर समान कान्‍तिमान एवं नर की आँखों से चोंच तक काला गण्ड होता है।

सौत्रामणियागस्य स्वरूपम्

मनुना प्रोक्तं यत् वेदाः अस्माकं पथप्रदर्शकाः जीवनविद्यायिकाः एकमात्रं शरणाश्च सन्ति । वेदाः एव धर्मस्य प्रतिपादकाः । वस्तुतस्तु सर्वेषां धर्माणां मूलं वेदाः ।

विसर्ग अनुनासिक अनुस्वार – श्वास एवं प्राणायाम : सरल संस्कृत – ५

संस्कृत भाषा का एक गुण इसका प्राणायाम से सम्बन्धित होना है। प्राण श्वास है। उच्चारण करते समय विसर्ग (:) की ह् समान ध्वनि साँस अर्थात प्राण से जुड़ती है।

Five Trillion Economy पचास खरब की अर्थव्यवस्था

देश की परिभाषा बहुसंख्यक जनता के हितों से आती है। हम देश को मिस्र के अति सम्पन्न एवं शिल्प कौशल में समय के कीर्तिमान किन्तु मृत जन को संरक्षित रखते पिरामिडों के समान तो नहीं बनाना चाहते न?

Let go बीती ताहि बिसार दे Forgetting, Key to Health : सनातन बोध – 56

Let go बीती ताहि बिसार दे जैसी उक्तियों में यही बात है। अतीत को भूल वर्तमान में जीने का दर्शन तो निर्विवाद सनातन ही है। ‘बंधनम् मुच्यते मुक्ति’।

Basic features of Youtube यूट्यूब की आधारभूत सुविधाएँ : भाग-२

Basic features of Youtube यूट्यूब की कुछ सामान्य सुविधाएँ हमारे समक्ष रहती हैं परन्तु या तो हम उनकी उपेक्षा करते हैं या न जानने के कारण उपयोग नहीं कर पाते। इस लेख में मैं ऐसी ही सुविधाओं की बात करूँगा।

गुरु आधारित संवत्सर चक्र एवं पञ्चाङ्ग संशोधन की आवश्यकता – दैत्यगुरु शुक्र, देवगुरु बृहस्पति एवं शनि

  गुरुपत्नी राजपत्नी मित्रपत्नी तथैव च । पत्नीमाता स्वमाता च पञ्चैताः मातरः स्मृताः ॥ (गुरु, राजा, मित्र, पत्नी की मातायें एवं अपनी माता, इन पाँच को माता माना जाता है।)   सुदर्शन एवं दिव्यरूपधारी चन्द्र ने अपने गुरु बृहस्पति की पत्नी तारा को लुभा लिया। वह आश्रम तज अपने प्रेमी के घर आ गई। बड़ी…

Basic features of Youtube यूट्यूब की कुछ सुविधाएँ

यूट्यूब की कुछ सामान्य सुविधाएँ जो लगभग हमारे सामने ही होती हैं परन्तु या तो हम उनकी उपेक्षा कर जाते है या जानकारी के अभाव में हम उपयोग नहीं कर पाते हैं। इस लेख में मैं ऐसी ही सुविधाओं की बात करूँगा।

पङ्क पड़ी परम्परा का आर्तनाद

भारत में अभियाननाद नहीं, आर्तनाद ही चल रहा है। भारतविद्या एवं भारत की उन्नति के इच्छुक गम्भीर युवाओं को इन सब प्रवृत्तियों से मुक्त हो कर्मसंलग्न होना होगा। हम मिथ्या गौरवबोध में जीने को आतुर हैं, वह हमारा अंग बन चुका है। पुरातन का अध्ययन, उनका वैज्ञानिक एवं सत्यनिष्ठ विश्लेषण तथा आक्रमणों के सटीक उत्तर, ये सब होने चाहिये किंतु उसके स्थान पर हो क्या रहा है?

श्रीमान् उपाध्याय एवं मिस्टर स्मिथः : सरल संस्कृत – ४

इस लेख में सरल लेखन की वाक्य संरचना का प्रदर्श है। साथ में दिये हिंदी अनुवाद के संगत वाक्यों से तुलना कर इन दो भाषाओं के परस्पर सम्बन्ध एवं भिन्नताओं को देखा जा सकता है।

सामाजिक संचार माध्यम, सुविधा या जटिलता : सनातन बोध – 55

सनातन दर्शनों की विशेषता यही है कि मानव मस्तिष्क की जो विवेचना उसमें की गयी है वो विभिन्न देश, काल एवं परिस्थिति के अनुसार भी सत्य है। यथा सभा का स्वरूप भले परिवर्तित हो गया हो परन्तु उस सभा में कब क्या बोलना चाहिए, किससे प्रेम करना चाहिए तथा कब और कितना क्रोध करना चाहिए जो इन बातों को जानता है उसे ही तो अब भी पंडित कहा जाएगा

Indian Stone-Curlew कर्वानक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, June 03, 2018

Indian Stone-Curlew कर्वानक

टिटहरी जैसा दिखने वाला कर्वानक भारत का प्रसिद्ध पक्षी है। इसका विशाल सर, विशाल पीतवर्णी नेत्र, लम्बी-मोटी एवं पीली टांगों से ये दूर से पहचाना जा सकता है।

NCERT Books रा.शै.अ.प. की पुस्तकें – 2 : कक्षा प्रथम ‘गणित का जादू’

शून्य के उदाहरण को वस्तुओं की घटती संख्या के माध्यम से बता कर इतिश्री! इसके पीछे भी वही ‘हिंदू घृणा’ भाव ही तो नहीं जो अरब की कहानी यहाँ प्रत्यारोपित करता है?

Bayes’ theorem बेज का प्रमेय, चिकित्सकों एवं रोगियों पर कुछ

जहाँ चिकित्सक तनावों के बीच मनुष्य बने हुये एक मनुष्य को ‘ठीक’ कर रहा होता है, किसी ‘यंत्र’ को नहीं, सामान्य जन द्वारा भी शिक्षा का अनुप्रयोग अत्यावश्यक है।