Indian Stone-Curlew कर्वानक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, June 03, 2018

Indian Stone-Curlew कर्वानक

टिटहरी जैसा दिखने वाला कर्वानक भारत का प्रसिद्ध पक्षी है। इसका विशाल सर, विशाल पीतवर्णी नेत्र, लम्बी-मोटी एवं पीली टांगों से ये दूर से पहचाना जा सकता है।

NCERT Books रा.शै.अ.प. की पुस्तकें – 2 : कक्षा प्रथम ‘गणित का जादू’

शून्य के उदाहरण को वस्तुओं की घटती संख्या के माध्यम से बता कर इतिश्री! इसके पीछे भी वही ‘हिंदू घृणा’ भाव ही तो नहीं जो अरब की कहानी यहाँ प्रत्यारोपित करता है?

Bayes’ theorem बेज का प्रमेय, चिकित्सकों एवं रोगियों पर कुछ

जहाँ चिकित्सक तनावों के बीच मनुष्य बने हुये एक मनुष्य को ‘ठीक’ कर रहा होता है, किसी ‘यंत्र’ को नहीं, सामान्य जन द्वारा भी शिक्षा का अनुप्रयोग अत्यावश्यक है।

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Square Meal दो जून की रोटी, लीची एवं अकाल उगाता मनुष्य

Square Meal दो जून की रोटी – जनसंख्या का पेट भरने हेतु किये जा रहे अंधाधुंध दोहन एवं स्वार्थ के कारण हम अपना मृत्युगीत लिख रहे हैं।

परोपकार Selfless help : सनातन बोध – 54

व्यसनी,धोखाधड़ी आदि में लिप्त व्यक्ति अर्थात जिन्हें परोपकार से कुछ लेना देना नहीं था, से जब छोटे परोपकार के कार्य कराए गए तो उनकी प्रसन्नता में वृद्धि हुई।

Little by little and bit by bit

Tiny lamps लघु दीप – 12

काल राजा का कारण है अथवा राजा काल का? ऐसा संशय तुम्हें नहीं होना चाहिये। यह निश्चित है कि राजा ही काल का कारण होता है। जिस समय राजा दण्डनीति का सम्यक एवं पूर्ण प्रयोग करता है, उस समय (राजा से प्रभावित) काल कृतयुग की सृष्टि करता है। 

ultra-sociality reciprocity अतिसामाजिकता पारस्परिकता : सनातन बोध – 30

हमारा वर्तमान हमारे भूतकाल के विचारों से निर्मित होता है। हमारे वर्तमान के विचार हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं। हमारा जीवन एक मानसिक सृष्टि है। – बुद्ध

Valmiki Ramayan Sundarkand Valmikiya Ramayan वाल्मीकीय रामायण

आदिकाव्य रामायण से – 32, सुन्‍दरकाण्ड [हनूमन्तं च मां विद्धि तयोर्दूतमिहागतम्]

मारुति का श्रीराम के गुह्य अङ्गों का अभिजान देवी सीता के मन में विश्वास दृढ़ करने में सहायक हुआ कि यह अवश्य ही उन्हीं का दूत है, कोई मायावी बहुरूपिया राक्षस नहीं। आगे हनुमान स्वयं कहते भी हैं – विश्वासार्थं तु वैदेहि भर्तुरुक्ता मया गुणा:। आदि कवि भी पुष्टि करते हैं – एवं विश्वासिता सीता हेतुभि: शोककर्शिता, उपपन्नैरभिज्ञानैर्दूतं तमवगच्छति। 

Original sin स्वपन देबबर्मा अमृतस्य पुत्रा

Original sin स्वपन देबबर्मा : एक रश्मि सबको जोड़े हुये है, विविध मत मतान्तर आदि में व्याप्त है। वह रश्मि है – मनुष्य की मौलिक अच्छाई पर चरम विश्वास।

Red-Headed Vulture, भारतीय काला गिद्ध। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, कतरनियाघाट वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी, बहराइच, उत्तर प्रदेश, June 15, 2018

Red-Headed Vulture, Asian King Vulture, राजगिद्ध

गिद्ध आहार शृंखला में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला पक्षी है। राजगिद्ध या Asian King Vulture भारत का प्रसिद्ध गिद्ध है। कुछ दशक पूर्व बहुलता से पाया जाने वाला प्रकृति का ये अपमार्जकआज दुखद रूप से लुप्त होने के कगार पर खड़ा है। इस बार पढ़िए आजाद सिंह जी के लेख में।