River Lapwing नदी टिट्टिभ
River Lapwing नदी टिट्टिभ भारत का एक स्थानीय पक्षी है जो टिटहरी का निकट सम्बन्धी है। पढ़िए अवधी चिरैया शृंखला में इस बार इस सङ्कटासन्न पक्षी को।
पौष अमावस्याङ्क, २०७५ वि., वर्ष-३, अङ्क-४९, शनिवार
River Lapwing नदी टिट्टिभ भारत का एक स्थानीय पक्षी है जो टिटहरी का निकट सम्बन्धी है। पढ़िए अवधी चिरैया शृंखला में इस बार इस सङ्कटासन्न पक्षी को।
जो आज केरल में हो रहा है, वह कल उत्तरप्रदेश में होगा, समय की बात है। उत्तर के अभी के हिन्दू नहीं देखेंगे तो उनकी सन्तानें देखेंगी।
Live in the moment चित्त एकाग्रता। आधुनिक मनोविज्ञान सत् चित्त आनंद की निष्पत्ति तक तो आ चूका है परन्तु उस स्थिति को प्राप्त करने का उपाय अभी आधुनिक मनोविज्ञान नहीं बता पा रहा परन्तु सनातन दर्शन इसका हल भी बताता है।
क्योंकि प्रत्येक कहानियाँ मात्र कहानियाँ नहीं होतीं! कुछ कहानियाँ, कहानियों के अतिरिक्त भी, कुछ और भी होती हैं और रेवती नक्षत्र की कथा आर्ष भारतीय ज्योतिष के एक महान तथा विशिष्ट घटना को अभिव्यक्त करने वाला रूपक है।
यह बात सब जानते हैं कि यन्त्रों का क्रमिक विकास (Evolution) जैविक क्रमिक विकास से कहीं तीव्र है, अत: यह आशङ्का है कि मनुष्य चेतनापूर्ण मशीनों की गति से प्रतियोगिता करने में सक्षम नहीं है। इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है कि बहुत सी वैज्ञानिक एवं तकनीकी मेधायें दृढ़ता पूर्वक कह रही हैं कि कृत्रिम प्रज्ञान (Artificial Intelligence) मानवता को विध्वंस की ओर धकेल रहा है।
माघ मास में जल का यह कहना है की जो सूर्योदय होते ही मुझमें स्नान करता है, उसके ब्रह्महत्या, सुरापान आदि बड़े से बड़े पाप भी हम तत्काल धोकर उसे सर्वथा शुद्ध एवं पवित्र कर डालते हैं।माघ मास में प्रयाग संगम में स्नान का विशेष महत्व है।