गृह ऋण पहले ही भर देंं या समय से भरें?
विवेक रस्तोगी
यदि आप अपने गृह ऋण की मासिक किस्त जमा कर रहे हैं और कई बार ऐसा सोचते हैं कि क्या ऋण की पूरी रकम एक साथ जमा कर दूँ या ऋण को मासिक किस्त में ही भरते रहना उचित रहेगा? तो कुछ बातें हैं जिन पर आपको निर्णय लेने से पहले विचार करना चाहिये:
ब्याज दर
मूलभूत बात समझें कि यदि आपको उस रकम पर मिलने वाली ब्याज की दर, ऋण के ब्याज दर से अधिक है तो ऋण को चालू रखना ही समझदारी है।
मान लीजिये कि आप का गृह ऋण 40 लाख रूपये का है, और 20 लाख रूपये भरने के लिए बाकी हैं। गृह ऋण की ब्याज दर लगभग 8.5% है। यदि आप यह पैसा गृह ऋण के लिए भर देंगे तो आपके सिर पर से ऋण का भार समाप्त हो जायेगा। लेकिन यही 20 लाख रूपये, यदि आप कहीं और निवेश कर देंगे जहाँ पर ब्याज दर 8.5% से कहीं अधिक हो, भले ही वह 10% या 12% ही हो, तो उस रकम को निवेश करना अधिक उपयुक्त है, न कि गृह ऋण बीच में समाप्त करना।
इस तरीके से आपके गृह ऋण और निवेश के ब्याज दर में जो भी अंतर होगा वह आपकी कमाई ही होगी। एक बात ध्यान रखें, आप अपना पूरा गृह ऋण पहले चुकाने पर बहुत अच्छी निवेश के लिये मिल रहे अवसर को गँवा रहे हैं जिससे आपको लंबे समय के निवेश में अधिक रिटर्न मिल सकता है, यानि कि आप अपने धन से अधिक लाभ कमा सकते हैं।
बचा हुआ समय
यदि आपका गृह ऋण समाप्त होने में 5 साल बचे हैं तो अमोरटाईजेशन चार्ट देखने पर आप पायेंगे कि मूलधन की रकम अधिक है जबकि ब्याज की रकम बहुत कम है क्योंकि मासिक किश्तों में ब्याज कम होते हुए मूलधन पर गणना होती है। शीघ्र ही अपने गृह ऋण को बंद करना तब अधिक उचित होता है, जब ब्याज की रकम अधिक हो।
उससे भी आवश्यक बात है कि आप अपनी रकम को शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या फिक्स डिपॉजिट में इस तरीके से निवेश करें, कि आपको ब्याज गृह ऋण के ब्याज से अधिक मिले। यह तभी हो सकता है जब आप कम से कम 5 से 7 वर्ष के लिए निवेशित रहें। आप ध्यान रखें कि अपनी रकम गृह ऋण में भरने की जगह, लंबी अवधि के लिए अच्छी जगहों पर निवेश करें।
अर्थात यदि गृह ऋण समाप्त होने में कुछ ही वर्ष बचे हैं तो उसे शीघ्र खत्म करने की न सोचें और वैसे ही चलने दें।
आयकर में लाभ
यदि आपको पॉजेशन (कब्जा) मिल गया है तो गृह ऋण आपको मूलधन के री-पेमेंट और ब्याज के री-पेमेंट रकम पर आयकर में छूट देता है। यदि आप आयकर में इसका लाभ ले रहे हैं, तो यह पायेंगे कि आपका नेट वार्षिक भुगतान (Annual Cost) बहुत कम हो गया है। आप को देखना होगा कि यही पैसा आप कहीं और निवेश करेंगे तो क्या आपको इतना ही ब्याज मिलेगा? या आप उससे कहीं अधिक ब्याज या लाभ कमा सकते हैं?
इन सबके अतिरिक्त आपको यह भी देखना चाहिये कि यदि आप गृह ऋण पहले भर रहे हैं तो कहीं वह प्री-पेमेंट फीस भी तो नहीं भरनी होगी जिसे बैंक ने नियमत: आपके गृह ऋण में रखा है?