sanskrit sentence makingआज इस अङ्क में नील वर्ण नारायण की चर्चा हुई एवं नीलेश जी मिल गये! नीलेश जी जानपद अभियन्ता हैं एवं स्वाध्याय से उन्हों ने संस्कृत सीखी है। पारम्परिक विधि के स्थान पर एक प्रकार से व्यावहारिक मार्ग ले कर किस प्रकार संस्कृत भी अन्य भाषाओं की भाँति सीखी जा सकती है, उनका प्रयास इस दिशा में रहेगा। यह एक विशेषज्ञ की नहीं, भाषा प्रेमी की यात्रा होगी जिसमें सब का स्वागत है – खेल खेल में भाषा सीखें, आओ कर के देखें।
मम → मेरा
नाम → नाम
नाम → नाम
पुल्लिंग नाम उदाहरण → रामः, कृष्णः, नीलेशः, प्रमोदः
स्त्रीलिंग नाम उदहारण → राधिका, यशोदा, कविता, सीमा
स्त्रीलिंग नाम उदहारण → राधिका, यशोदा, कविता, सीमा
‘अस्’ धातु ~ प्रथम पुरुष एकवचन का रूप ~ अस्ति → है।
मम नाम गगन विजॅ : अस्ति
मम नाम ज्योति अस्ति।
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मम नाम ज्योतिः अस्ति।
ज्योति नाम कै विभक्ति के सभी रूप ” इकारान्त ” मति अनुसार होंगे ।
अतः ज्योतिः ✔