भारतीय नाम : छोटा पोदेना, टिकटिकी, ਦੱਭ ਪਿੱਦੀ, નાનો પાન કરકરીયો, ब्लिथचा वेळूतील वटवट्या, ಬೂದು ಉಲಿಯಕ್ಕಿ, பிளித் நாணல் கதிர்குருவி, ഈറ്റപൊളപ്പൻ, ट्याकट्याके (नेपाली)
वैज्ञानिक नाम (Zoological Name) : Acrocephalus dumentorum
Kingdom: Animalia
Phylum: Chordata
Class: Aves
Order: Passeriformes
Family: Acrocephalidae
Genus: Acrocephalus
Species: Dumentorum
वर्ग श्रेणी : यष्टिवासी
Category: Perching Bird
जनसङ्ख्या : वर्द्धमान
Population: Increasing
संरक्षण स्थिति (IUCN) : सङ्कट-मुक्त
Conservation Status (IUCN): LC (Least Concern)
वन्य जीव संरक्षण अनुसूची : ४
Wildlife Shedule: IV
नीड़-काल : जून से अगस्त तक
Nesting Period: June to August
आकार : लगभग ५ इंच
Size: 6 in
प्रव्रजन स्थिति : प्रवासी पक्षी ( शीत ऋतुकालिक)
Migratory Status: Winter Migrant
दृश्यता : असामान्य (अत्यल्प दृष्टिगोचर)
Visibility: Very less
लैङ्गिक द्विरूपता : अनुपस्थित, नर व मादा समरूप
Sexes: Alike
भोजन : कीड़े-मकोड़े आदि।
Diet: Insect, Invertebrates etc.
अभिज्ञान एवं रङ्ग-रूप : छोटा पोदेना लगभग ५ इंच का एक छोटा और चञ्चल पक्षी है। इसमें नर एवं मादा समरूप होते हैं। इसके नेत्र के ऊपर एक तनु भूरी रेखा होती है तथा सिर से पूँँछ तक और गले के पिछले भाग का वर्ण मटमैला हरापन लिए भूरा होता है। अधोभाग श्वेत वर्ण लिए तनु बादामी रंग का होता है। नेत्रगोलक और चोंच का वर्ण भूरा एवं कृष्ण होता है। व पाँव किञ्चित पीत वर्ण लिए हुए भूरे रंग के होते हैं।
निवास : छोटा पोदेना हमारे देश में शीत ऋतु में, अक्टूबर तक, हिमालय पर्वत पार करके भारत प्रवास पर आकर पूरे देश में पसर जाता है और शीत ऋतु का प्रभाव अल्प होने के साथ ही अपने मुख्य निवास स्थान पेलार्क्टिक क्षेत्र और पूर्वी यूरोप पुन: लौट जाता है। छोटा पोदेना घने जंगलों को छोड़कर उपवन, वाटिका, मैदान, नदी, नालों के कछार, जल स्रोतों के निकट झाड़ियों के आस-पास कीड़े मकोड़ों को उदरस्थ करते दिखाई पड़ सकता है।
वितरण : छोटा पोदेना भारत के अतिरिक्त बांग्लादेश और श्रीलंका तक पाया जाता है। यह पेलार्क्टिक क्षेत्र और पूर्वी यूरोप में वापस जाकर वहींं प्रजनन करता है।
प्रजनन काल तथा नीड़ निर्माण : छोटा पोदेना के प्रजनन का समय जून से अगस्त तक रहता है। इस समय यह किसी जल स्रोत की झाड़ियों या शुष्क स्थानों पर भी झाड़ियों में थोड़े ऊंचे स्थान पर अपना नीड़ बनाता है। नीड़ सुन्दर और चषक के समरूप होता है जिसे शुष्क पत्रों, मृृृृदु घास, पंख आदि से बनाया जाता है। समय आने पर मादा ४-५ अण्डे देती है। अण्डों का वर्ण हरित या नील आभा युक्त श्वेत होता है। जिन पर गहन चित्तियाँ होती हैं। अण्डों का आकार लगभग ०.६५ * ०.५५ इंच का होता है।