भारतीय तथा अन्य नाम
हिन्दी : फुफु, कुपवा, कुक्कू, कूपक
संस्कृत : श्वेत कोकिल
अंग्रेजी : Commom Cuckoo/ Eurasian Cuckoo
वैज्ञानिक नाम (Zoological Name) : Cuculus canorus
Kingdom: Animalia
Phylum: Chordata
Class: Aves
Order: Coraciiformes
Family: Cuculidae
Genus: Cuculus
Species: canorus
गण-जाति : यष्टिवासी
Clade: Perching Bird
जनसङ्ख्या : ह्रासमान
Population: Decreasing
संरक्षण स्थिति (IUCN) : सङ्कट-मुक्त
Conservation Status (IUCN): LC (Least Concern)
वन्य जीव संरक्षण अनुसूची : ४
Wildlife Schedule: IV
नीड़-काल : मार्च से अगस्त तक
Nesting Period: March to August
आकार : लगभग १३ इञ्च
Size: 13 in
प्रव्रजन स्थिति : ग्रीष्म ऋतु का प्रवासी पक्षी
Migratory Status: Migratory bird of summer
दृश्यता : असामान्य
Visibility: Infrequent
लैङ्गिक द्विरूपता : अनुपस्थित (नर और मादा समरूप)
Sexual Dimorphism: Not Present (Male and females are alike)
भोजन : कीड़े-मकोड़े, इल्लियाँ आदि।
Diet: Insects, larvae etc.
अभिज्ञान एवं रङ्ग-रूप
फूफू हमारे देश में मार्च में प्रवास पर आती है और शीत ऋतु के आरम्भ पर लौट जाती है। प्रथमदृष्ट्या यह किसी आखेटक पक्षी सदृश लगती है। इसका निचला भाग श्वेत होता है जिसपर काली धारियाँ पड़ी होती हैं और ऊपरी भाग का रंग कांतिमय कपिश (भूरा) होता है। वैसे तो सामान्यतया नर और मादा देखने में एक जैसे ही होते हैं, परन्तु उनके रंगों में थोड़ी भिन्नता पाई जाती है ।
नर का ऊपरी भाग गहन धूसर रंग का होता है जबकि मादा का रंग नर की अपेक्षा अधिक ललछौंह होता है। आँख की पुतली का रंग पीला, चोंच भूरी और पञ्जों का रंग तनु नारंगी होता है।
निवास
फूफू का हमारे देश में प्रवास मार्च से आरम्भ होता है। उस समय ये हिमालय से लेकर मध्य भारत तक पाए जाते हैं और कभी-कभी दक्षिण भारत तक भी देखे गए हैं। ये जंगलों, उद्यानों आदि में पाये जाते हैं परन्तु इन्हें गहन वनप्रांतर प्रिय नहीं हैं। इन्हें समभूमि तथा खेत प्रिय हैं, जहाँ ये आराम से कीड़े मकोड़े और इल्लियाँ खाते दिख जाते हैं।
वितरण
शीत-ऋतु में अफ्रीका एवं ग्रीष्म-ऋतु में यूरोप से लेकर एशिया महाद्वीप तक तथा भारत में हिमालय से लेकर मध्य भारत तक।
प्रजनन काल तथा नीड़ निर्माण
अन्य कोकिल पक्षियों की भाँति फूफू भी अपना नीड़ नहीं बनाती है वरन इसके लिए ये कुछ विशेष पक्षियों जैसे चिचरी एवं पिद्दा के नीड़ों में चुपके से अंडे देती है और इसके लिए यह उस पक्षी के अण्डों व बच्चों को घोंसले से नीचे गिराने में कोई संकोच नहीं करती है।
मादा फूफू एक बार कितने अण्डे देती है, इस पर वैज्ञानिकों में मतवैभिन्न्य है परन्तु ऐसा कहते हैं कि ये अनेक घोंसलों में अण्डे देती हैं तथा एक बार में उनकी संख्या बारह से अधिक ही होती है तथा वे तनु आभा वाले होते हैं। उनका आकार लगभग ०.९७ *०.७२ इञ्च होता है।
सम्पादकीय टिप्पणी
अपनी शोधपूर्ण कृति Birds in Sanskrit Literature में दवे ने इस पक्षी के बारे में निम्न सूचनायें दी हैं।