भारतीय नाम : मुसमार, चूहामार, चुद्दुमर, दीर्घ पाद मूषिक बाज, गिरिशाल (संस्कृत)
वैज्ञानिक नाम : Buteo rufinus

Long-Legged Buzzard मुसमार चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, November 30, 2018
Kingdom: Animalia
Phylum: Chordata
Class: Aves
Order: Accipitriformes
Family: Accipitridae
Genus: Buteo
Species: Rufinus
Category: Birds Of Prey
संरक्षण स्थिति : सङ्कट मुक्त
Conservation Status: LC (Least Concern)
नीड़ निर्माण का समय : मार्च से मई।
Nesting Period: March to May
आकार : २२-२६ इंच
Size: 22-26 inch
प्रव्रजन स्थिति : प्रवासी
Migratory Status: Migrant
दृश्यता : असामान्य (अल्प दिखाई पड़ने वाला)
Visibility: Very Less Visible
लैङ्गिक द्विरूपता : समरूप
Sexes: Alike
भोजन : सड़ा हुआ मांस, छोटे स्तनधारी, निर्बल पक्षी, सरिसृप आदि।
Diet: Carrion, Invertebrates, Small rodents, Lizards, Snakes, Small birds, Large insects.
अभिज्ञान एवं रंग रूप : यह एक जड़ एवं स्थूल शरीर का पक्षी है जो किसी वृक्ष या टीले पर शान्त बैठा रहता है। देह का ऊपरी भाग पिङ्गल (भूरा), डैने के सिरे तनु कृष्णाभ पिङ्गल एवं नीचे का भाग श्वेत। उड़ते समय इसकी गोल पूँछ पसरी रहती है।
इसका आकार २२ – २६ इंच और पंखो की परास ४५ – ६३ इंच तक होती है। नर एवं मादा एक भाँति होते हैं परन्तु मादा का आकार २ इंच बड़ा, भार प्राय: १.३ किलोग्राम, जबकि नर का भार लगभग १.१ किलोग्राम होता है।
इनके सिर के दोनों पार्श्व पीठ से कुछ तनु होते हैं। उड़न परों के सिरों पर काली और जड़ों की ओर श्वेत और धूसर चित्तियाँ होती हैं। पूँछ भूरी ललछौंह, पेट श्वेत, आँख की पुतली भूरी पीली, चोंच धूसर और पैर मलिन पीले रंग के होते हैं। टाँगों के ऊपरी भाग पर पर होते हैं तथा पूँछ गोल होती है।

Long-Legged Buzzard मुसमार चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, उत्तर प्रदेश, November 30, 2018
निवास : यह हमारे देश में अक्टूबर से नवम्बर तक आता है और शीत ऋतु व्यतीत कर फ़रवरी मार्च तक लौट जाता है। ये समतल भू का पक्षी है जिसे उत्तर एवं मध्य भारत के ऐसे क्षेत्र प्रिय हैं। इसे सूखे एवं बालुका वाले स्थान अधिक भाते हैं। इसे ऊँचे बालुका टीलों पर अकेला बैठा देखा जा सकता है।
वितरण : यह उत्तरी अफ्रीका, दक्षिण पूर्व यूरोप, पश्चिम मध्य एशिया में पाया जाता है जो जाड़े के आरम्भ में भारत प्रवास पर आता है।
प्रजनन काल तथा नीड़ : इसके प्रजनन का समय मार्च से मई तक होता है, कुछ स्थानों पर जुलाई तक भी रहता है। नीड़ किसी ऊँचे वृक्ष पर या किसी ऊँची भीट या चट्टान की गुहा में होता है। यह अपना नीड़ सूखी टहनियों से बनाता है जिसके भीतर भाग में कोमल टहनियाँ एवं पत्तियाँ बिछाई जाती हैं। मादा समय आने पर से २ से ३ तक अण्डे देती है जो श्वेत होते हैं एवं उन पर कत्थई चित्तियाँ होती हैं। अण्डों का आकार २.३०*१.८० इंच होता है।