हिंदी नाम: मुनिया, सीनाबाज, तेलिया मुनिया, बिंदुकित मुनिया
English & Alternate Names: Nutmeg Mannikin, SpiceFinch, Spotted Munia
वैज्ञानिक नाम: Lanchura Punchulata
Kingdom: Animalia
Phylum: Chordata
Class: Aves
Order: Passeriformes
Family: Estrildidae
Genus: Lanchura
Species: Punchulata
Category: Perching birds
Wildlife schedule: IV
Population: Stable
आकार: 11 से 12 से.मी.
प्रवास स्थिति: निवासी
भोजन: घास के दाने, ज्वार, मकरा, काकुन आदि के दूधिया दाने, दीमक इत्यादि।
निवास: अधिकांशत: घास के मैदान, ज्वार, धान के खेत, पानी के निकट।
विशिष्टता: संकट के समय पूँछ को झटके से उठाना इसके झुण्ड को एक संकेत होता है कि सब इकट्ठे होकर उड़ जाओ।
वितरण: भारत के मैदानी क्षेत्र से लेकर हिमालय की 2500 मीटर की ऊँचाई तक, मरुस्थल में नहींं पाई जाती।
रंग–रूप: नर-मादा दोनों का रंग लगभग एक सम, नीचे का भाग चित्तीदार, नर के नीचे का भाग और गले का रंग मादा से किञ्चित चटख होता है। प्रजनन के समय ऊपर के पंख गहरे कत्थई भूरे और नीचे के श्वेत। चूजोंं का रंग हल्का भूरा होता है।
प्रजनन काल तथा घोंसला: जुलाई से अक्टूबर तक। ये किसी काँटेदार झाड़ी या पेड़ पर घास का लगभग 20 सेंटीमीटर का एक गोलाकार घोंसला बनाते हैं जिसमेंं पार्श्व से प्रवेश द्वार होता है। कभी-कभी कई घोंसलें एक साथ भी पाये जाते हैं। अण्डों का रंग पूर्ण सफ़ेद होता है। नर और मादा मिल कर बच्चों को पालने का दायित्व निभाते हैं।
सम्पादकीय टिप्पणी
‘तीसरी कसम’ में गीतकार शैलेंद्र ने एक लोकगीत का सिनेमाई संस्करण प्रस्तुत किया था। मन्ना डे द्वारा गाये उस प्रसिद्ध गीत ‘चलत मुसाफिर मोह लियो रे पिजरे वाली मुनिया’ की मुनिया जाने यही है या कोई दूसरी। गीत तो आज भी लोकप्रिय है।