Cache Memory कैश स्मृति भण्डारण

कंप्यूटर जगत या मशीन जगत में कैश अर्थात बारम्बार काम आने वाली जगह/सामान जो समय बचने के लिए अपने पास थोड़ी में मात्रा में रख लिया जाता है जो मुख्य बड़े भण्डारण/गोदाम से इतर होता है। यह एक लाभ के लिए की प्रयोग में लायी गयी तकनीकी अवधारणा है जो कभी-कभी समस्या के रूप में भी भासती दीखती है।

Delhi Jihad दिल्ली जिहाद और शनै: शनै: बढ़ता भावी विकराल संकट

दिल्ली जिहाद उदाहरण है कि कैसे इस्लाम येन केन प्रकारेण अपने लिये जमीन छीनता है। जिहादी हिंसा से ग्रस्त दिल्ली के उत्तरी पूर्वी भागों में से कुछ से महीनों या एकाध वर्षों में हिंदुओं का पलायन पूर्ण हो जायेगा जो कि टुकड़ा टुकड़ा कर दारुल इस्लाम पा लेने की दिशा में एक लघु किंतु बहुत ही प्रभावी इस्लामी उपलब्धि होगी।

प्रसन्न सार्थक सफल सुखी जीवन, सनातन व पश्चिम : सनातन बोध – ६२

प्रसन्न सार्थक सफल सुखी, अमेरिकी स्वतंत्रता घोषणा में लिखे शब्द pursuit of happiness को अधिकांशतया लोग जीवन का लक्ष्य मानते हैं। प्रसन्नता एवं सार्थकता के बीच अर्थहीन से प्रतीत होते विभाजन पर अनेक गम्‍भीर अध्ययन हुए हैं।

Vyanjan Sandhi व्यञ्जन सन्धि या हल्‌ सन्धि – अन्तिम भाग : सरल संस्कृत – ११

Vyanjan Sandhi व्यञ्जन सन्धि – भगवद्गीता में ‘श्रद्धावान् लभते ज्ञानं तत्पर:’ का पाठ ‘श्रद्धावाल्‌ँलभतेज्ञानन्‍तत्पर:’ होगा।

सिनीवाली हे देवी सरस्वती! हमें लक्ष्मी दें। हे देवी लक्ष्मी! हमारी विद्या बढ़े।

पञ्चदिवसीय दीपपर्व पञ्चकोशीय देवी साधना-आराधना का पर्व है। पितरों के आह्वान पश्चात शारदीय नवरात्र से आरम्भ हो पितरों को विदा देने के आकाशदीपों तक का लम्बा कालखण्ड प्रमाण है कि यह विशेष है।

Indian Stone-Curlew कर्वानक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, June 03, 2018

Indian Stone-Curlew कर्वानक

टिटहरी जैसा दिखने वाला कर्वानक भारत का प्रसिद्ध पक्षी है। इसका विशाल सर, विशाल पीतवर्णी नेत्र, लम्बी-मोटी एवं पीली टांगों से ये दूर से पहचाना जा सकता है।

NCERT Books रा.शै.अ.प. की पुस्तकें – 2 : कक्षा प्रथम ‘गणित का जादू’

शून्य के उदाहरण को वस्तुओं की घटती संख्या के माध्यम से बता कर इतिश्री! इसके पीछे भी वही ‘हिंदू घृणा’ भाव ही तो नहीं जो अरब की कहानी यहाँ प्रत्यारोपित करता है?

Bayes’ theorem बेज का प्रमेय, चिकित्सकों एवं रोगियों पर कुछ

जहाँ चिकित्सक तनावों के बीच मनुष्य बने हुये एक मनुष्य को ‘ठीक’ कर रहा होता है, किसी ‘यंत्र’ को नहीं, सामान्य जन द्वारा भी शिक्षा का अनुप्रयोग अत्यावश्यक है।

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Square Meal दो जून की रोटी, लीची एवं अकाल उगाता मनुष्य

Square Meal दो जून की रोटी – जनसंख्या का पेट भरने हेतु किये जा रहे अंधाधुंध दोहन एवं स्वार्थ के कारण हम अपना मृत्युगीत लिख रहे हैं।

परोपकार Selfless help : सनातन बोध – 54

व्यसनी,धोखाधड़ी आदि में लिप्त व्यक्ति अर्थात जिन्हें परोपकार से कुछ लेना देना नहीं था, से जब छोटे परोपकार के कार्य कराए गए तो उनकी प्रसन्नता में वृद्धि हुई।

बीज माता राहीबाई Tiny Lamps लघु दीप – 24

विडंबना ही है की सरकार प्रत्येक वर्ष लाखों के अंशदान नवीन शोधार्थियों को देती है परन्तु जो कार्य उनमें से किसी को करना चाहिए वह कार्य एक साधारण किसान स्त्री कर लेती है वह भी किसी प्रायोजित धन के। कुछ दिवस पूर्व ही वृक्ष माता सालूमरदा थिमक्का को पद्मश्री मिला है।

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जननिर्णय निर्भय बल विश्वास अनूप

इस बार का निर्णय ग्रामीण भारत का, गँवई भारत का भावुक निर्णय नहीं, मुक्त हो, सचैतन्य आगे बढ़ कर सशक्तीकरण की दिशा में लिया गया निर्णय रहा।

प्रकृति के सान्निध्य से मनोवैज्ञानिक लाभ : : सनातन बोध – 53

वन-वृक्ष-नदी-पर्वत का साधना से क्या सम्बन्ध ? ग्रंथ, ऋषि वाणियाँ प्रकृति वर्णन से क्यों भरे पड़े है? वनों में ऐसा क्या प्राप्त हो जाता है जो सामान्य नगरों में नहीं मिलता?

Greater Painted Snipe ओहारी। मादा (बैठे हुए), नर (खड़े हुए) चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, May 21, 2019

Greater Painted Snipe ओहारी

Greater Painted Snipe ओहारी, इस पक्षी की आँखें बहुत सुन्दर होती हैं। कहते हैं कि चण्ड अशोक के पुत्र कुणाल का नाम इस पक्षी की सुन्दर आँखों से समता के कारण पड़ा था, जिन्हें उसकी विमाता ने कामद्वेष वश निकलवा लिया था।

NCERT Books रा.शै.अ.प. की पुस्तकें – 1 : कक्षा प्रथम की रिमझिम

NCERT Books समीक्षा करेंगे, देखेंगे कि सुधार अपेक्षित हैं या नहीं? घर के गणेश जी फेंक दिये जायँ तथा लॉफिंग मॉङ्क को ला कर कहा जाय कि हम समृद्ध हो रहे हैं!    

Dynamo, आर्यावर्त एवं भारत

हिन्दी क्षेत्र की असफलता उस चुम्बक-युक्ति में गति के अभाव से समझी जा सकती है जिसमें बल था, क्षमता थी किंतु नहीं थी तो सार्थक गति नहीं थी। आर्यावर्त का Dynamo मात्र पङ्गु ही नहीं है, वरन चलने की उसमें इच्छा ही नहीं है !

Intermittent Fasting उपवास एवं व्रत : सनातन बोध – 45

जैसे जैसे आधुनिक शोध आते जायेंगे, अनुभव एवं प्रेक्षण आधारित सनातन प्रज्ञा के निष्कर्ष सूत्र पुष्ट होते जायेंगे। मानवता एक प्रकार से स्वयं के पुनर्नुसन्‍धान में लगी है एवं भारत उसके मार्ग में सहस्रदीप जलाये हुये है।