Social identity theory, US vs THEM

Social identity theory सामाजिक समरूपता सिद्धान्त

यदि निष्पक्ष भाव से प्रश्न करें तो एक स्वाभाविक प्रश्न मन में उठता है कि संकीर्ण मानसिकता तथा कुण्ठित विचारधारा के व्यक्ति अपने घृणित मत को भी सत्य सिद्ध करने के लिए कैसे किसी भी स्तर तक पतित हो जाते हैं। भला यह किसी प्रकार की दुराग्रही प्रवृत्ति है जो व्यक्ति को घृणा से अंधा…

भरतस्य शपथाः (प्रथमः भागः)

भरतस्य शपथाः (प्रथमः भागः)

वाल्मीकीये रामायणे बहुषु स्थानेषु तत्समये किम्कर्तव्यम किमकर्तव्यम् इति शिक्षा मिलति, परस्पर द्वयोः जनयोः सम्वाद रूपे लेखकस्य स्वगतविचारे वा । यथा अयोध्याकाण्डे श्रीरामः पितुः वचनानुसारेण स्वराज्याभिषेकं त्यक्त्वा सीतालक्ष्मणौ सह वनं प्रति गच्छति । भरतः कैकय राज्यात् अयोध्यायां आगमने महाराज दशरथस्य देहान्तं श्रीरामस्य वनगमनं च शृणोति स्म । सः कैकय्याः दुष्कृत्याय जननीं कुत्सयति स्वाक्रोशं च प्रदर्शयति

Do educated Muslims ever wonder why Muslims fight with every religion around the world?

(सिर्फ़) अल्लाह ही ‘बेस्ट’ जानता है? God Knows Best? पढ़ा लिखा मुसलमान!!

मैंने एक बार एक हिजाब धारण करनेवाले पोस्ट-डॉक्टोरल शोध विद्वान से पूछा क्या वह मानती है कि स्वामी विवेकानंद जैसे उत्कृष्ट हिंदुओं को भी अनन्त काल के लिए नरकाग्नि में डाल दिया जाएगा? मैंने उससे यह भी कहा कि जिस धर्म में मैं पली-बढ़ी हूं, वह इस्लाम जैसा ही दृष्टिकोण रखता है, लेकिन मैं अब उसे नहीं मानती।

उसका संक्षिप्त उत्तर था: “अल्लाह सबसे अच्छा जानता है।”

Black-hooded oriole पिरोला। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू, आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, October 08, 2019

Black-hooded oriole पिरोला

पीलक या पिरोला या हरदुआ कान्तिमान पीत वर्ण का का एक सुन्दर पक्षी है। जिसका सिर, डैना और पूँछ श्याम वर्ण की की होती है। यह अत्यंत चपल, तेज और चञ्चल पक्षी है। कोलहल रव करते हुए उपस्थिति प्रदर्शित करता है।

पीड़ित मानसिकता (victimhood mindset) : सनातन बोध

पीड़ित मानसिकता (victimhood mindset) : सनातन बोध – ८८

पीड़ित मानसिकता (victimhood mindset) – तीन मुख्य भ्रांतियाँ उत्तरदायी – विवेचन, आरोपण तथा स्मृति भ्रांति।
पीड़ित मानसिकता (victimhood mindset) एक ऐसी मानसिक अवस्था है जिसमें व्यक्ति अपनी अवस्था के लिए स्वयं के स्थान पर अन्य व्यक्तियों को उत्तरदायी मानता है। विफल अंतर्वैयक्तिक सम्बन्धों के परिणाम में यह एक महत्त्वपूर्ण मानसिक अवस्था है, यथा आधुनिक समय में सम्बंधों में विफलता के लिए स्वयं के स्थान पर अपने साथी को पूर्णरूपेण उत्तरदायी बताना।

Amarkosha अमरकोश, कुछ शब्द : लघु दीप – ३५

Amarkosha अमरकोश, कुछ शब्द : लघु दीप – ३५

अमरसिंह जिस क्षेत्र के थे वहाँ राजा के साले को राष्ट्रिय (आज के राज्यपाल की भाँति) पद दिया जाता था, ऐसा न समझें कि राजा का साला अर्थात पूरे राष्ट्र का साला! कुछ भाष्यकारों के अनुसार राठौर वंश किसी राष्ट्रिय का ही है।

भारती संवत परम्परा से

भारती संवत : परम्परा से कुछ सूत्र

जब हम शीत अयनांत की निकटवर्ती प्रतिपदा या पूर्णिमा से वर्ष आरम्भ की बात करते हैं तो यह मान कर चलते हैं कि किसी मानदण्ड पर शीत अयनांत का दिन पहले से ही ज्ञात है। निश्चय ही वह मानदण्ड शुद्ध सौर गति आधारित होगा तथा उसका चंद्रगति से कुछ नहीं लेना देना होगा। उन व्रत, पर्व आदि से जुड़े दूसरे बिंदु हेतु यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण है जोकि अति प्राचीनकाल से वर्षों वर्ष माने व  मनाये जाते रहे हैं।

ऐसा कोई मानदण्ड काम कैसे करता होगा? वर्नियर कैलिपर्स से समझते हैं।

ममता और निर्ममता

ममता और निर्ममता : शब्द – ७

ममता और निर्ममता- ममता (मम+तल्+टाप्)। तल्+टाप् से बनने वाले शब्द सदा स्त्रीलिंग होते हैं। जहाँ मम अर्थात् स्वकीय भाव का अभाव हो – निर्मम। भारतीय आन्वीक्षिकी में राजपुरुषों, धर्मस्थों आदि हेतु निर्ममता को एक आदर्श की भाँति लिया गया है। समय के साथ शब्दों के अर्थ रूढ़ होते जाते हैं। निर्मम शब्द का अर्थ अब बहुधा नकारात्मक रूप में लिया जाता है, क्रूरता से, बिना किसी करुणा आदि के किया गया अवांंछित कर्म निर्मम कह दिया जाता है।

Hypocrisy ढोंग

Hypocrisy ढोंग : सनातन बोध – ८२

Hypocrisy ढोंग – भीतर से क्रूर होते हैं किंतु मधुर वाणी बोलते हैं। वे घासफूस से ढके कुँये के समान होते है, धर्मध्वजी बन कर संसार को लूटते हैं। वर्ष २००१ में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि नैतिकता का दिखावा कर रहे लोग उतने ही स्वार्थी निकले जितना नैतिकता के झंझट में नहीं रहने वाले। निष्पक्षता का चोला पहने पत्रकार इसके सटीक उदाहरण हैं।

Arthashastra Punishes Malfeasant Judges अर्थशास्त्र व कदाचारी न्यायाधीश

Arthashastra Punishes Malfeasant Judges अर्थशास्त्र व कदाचारी न्यायाधीश

न्याय का नाश करने की स्थिति में दण्डित करने के विधान बड़े स्पष्ट एवं सरल थे, दुरूह स्थिति नहीं थी। अर्थशास्त्र में कौटल्य (वा विष्णुगुप्त चाणक्य) ने न्यायालय को ‘धर्मस्थीय’ कहा है अर्थात वह स्थान जहाँ ‘धर्म में स्थित’ जन रहते हों। भारतीय सर्वोच्च न्यायालय का घोष वाक्य है – यतो धर्मस्ततो जय:। महाभारत से लिया गया यह अंश उद्योग पर्व में प्रयुक्त हुआ है।

Pied bushchat अश्वक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, शारदा नहर का तट, निकट पैगापुर ग्राम, अयोध्या - 224001, उत्तर प्रदेश, March 14, 2017

Pied bushchat काला पिद्दा

Pied bushchat काला पिद्दा। इस पक्षी का अश्वक नाम अश्व अर्थात घोड़े के शिशु की चञ्चल चपल प्रकृति से साम्यता के कारण पड़ा। अश्म शब्द का अर्थ पत्थर या चट्टान है जिसकी सङ्गति Rock Thrus एवं Stone Chat (Saxicola torquatus) से बैठती है।

Bauhinia vahlii मालुवा चाम्बुली

Bauhinia vahlii Maluva चाम्बुली, मालू, Camel’s foot creeper और बुद्ध : लघु दीप – 30

Bauhinia vahlii Maluva चाम्बुली ~मेरी प्रेमिका मालुवा लता सी लिपटी। प्रमत्त होकर आचरण करने वाले मनुष्य की तृष्णा मालुवा लता की भाँति बढ़ती है। भारतीय वाङ्मय में अपने परिवेश, जन, अरण्य, पशु-पक्षियों व वनस्पतियों के प्रति अनुराग और जुड़ाव बहुत ही सहज रूप में दिखता है। अब उपेक्षा और अज्ञान इतने बढ़ चुके हैं कि आज के भारतीय जन को देख कर तो लगता ही नहीं कि यह वही धरा है, उसी के लोग हैं!

अधिकमास मलमास मलिम्लुच

अधिकमास पुरुषोत्तममास मलमास मलिम्लुच अधिमास संसर्प अंहस्पति अंहसस्पति

क्या होता है मलमास? पुरुषोत्तम नाम क्यों ? मलमास दो प्रकार का है – अधिकमास व क्षयमास। अधिकमास पुरुषोत्तममास मलमास मलिम्लुच – अधिमासव्रते प्रीत्या गृहाणार्घ्यं श्रिया सह ॥पुराणपुरुषेशान जगद्धातः सनातन। पुरुषोत्तमाय नम:।

परित्यक्त गाँव (नेपाल) भाद्रपद अमावस्या साहित्य संयुक्ताङ्क, २०७७ वि., वर्ष-५, अङ्क-८९, बुधवार

परित्यक्त गाँव (नेपाल)

दनुआर लोग
जो कभी फूँकते रहते थे प्राण
इन प्रस्थों के ऊपर,
ग्रस लिये गये
अधपके अरबी सपनों
और
नागर गुहा-मुखों द्वारा ।

जहाँ कभी पण्य और पंसार
के थे प्रसार ,
वहाँ बचे केवल अब
भूले स्वप्न
और
मृत पुरनियों के प्रेत।

Eurasian Collared-dove धवल कपोतक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, June 07, 2020

Eurasian Collared-Dove धवल कपोतक

धवल पण्डुक के नर और मादा अभिज्ञान में समान रंग-रूप के होते हैं। इनका वर्ण तनिक भूरा सिलेटी होता है। ग्रीवा पर पार्श्व में अर्ध वलयाकार कृष्ण वर्णीय पट्टिका होती है जिससे इसकी पहचान सरल हो जाती है।

वस्त्र गाथा और नारीवाद

वस्त्र गाथा

भाँति भाँति का फैशन क्या है और महिलाओं में वस्त्रों को लेकर प्रतिस्पर्धा कहाँ से आई? इस प्रश्न का एक शब्द में उत्तर है बाजारवाद। कुछ दिन पहले टहलते समय मेरी लगभग दस साल की बेटी ने प्रश्न किया कि क्या बड़े होने पर लड़कियों को छोटे कपडे नहीं पहनने चाहिए?

मघा : भाद्रपद अमावस्या साहित्य संयुक्ताङ्क, २०७७ वि., वर्ष-५, अङ्क-८९, बुधवार

अमावस आकृतियाँ

आज अमावस्या के दिन सूर्य चंद्र के साथ मघा नक्षत्र पर विराजमान हैं। सिंह राशि में पड़ने वाले मघा नक्षत्र का प्रतीक है राजसिंहासन और इसके नाम के मूल मघ को समृद्धि, सम्पदा, ऐश्वर्य आदि से समझा जा सकता है। उससे पूर्व का अश्लेषा आलिङ्गन है।