उत्तिष्ठ हरि शार्दूल लङ्घयस्व महार्णवम्
उत्तिष्ठ हरि शार्दूल। भीरुता की परिपाटी तोड़ने के लिए समय-समय पर नए हनुमान प्रस्तुत करना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस देश में हरि शार्दुल तभी पैदा हो पाएंगे।
उत्तिष्ठ हरि शार्दूल। भीरुता की परिपाटी तोड़ने के लिए समय-समय पर नए हनुमान प्रस्तुत करना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस देश में हरि शार्दुल तभी पैदा हो पाएंगे।
Classical Hindu Law, in its various branches is probably the most detailed system of law to be discovered. Its conception of legal liability is broad and perspicuous, and although it has generally retained the eighteen divisions of topics of litigation as described by Manu, that has not in any way stinted its growth or prevented it from embracing within its range the various aspects of juridical relations which the complexity of human affairs may usually bring about.
Sanātana Darśana Monotheism Polytheism कति देवाः? आठ वसु, एकादश रुद्र, द्वादश आदित्य, इन्द्र एवं प्रजापति, कुल तैंतिस। पूरा प्रकरण एक ऐसी प्रवाहमान धारा को इङ्गित करता है जिसकी पूरी व्याख्या अब अनुपलब्ध है।
पीढ़ियाँ बीतीं, समय पहुँचा एक हिंदू पश्तून शिल्पी बत्रा तक जिसे पञ्जाबी बता कर पाला पोसा गया था। भारत आये पुरखों ने अपना अभिजान छिपा लिया था।
Classical Hindu Law, in its various branches is probably the most detailed system of law to be discovered. Its conception of legal liability is broad and perspicuous, and although it has generally retained the eighteen divisions of topics of litigation as described by Manu, that has not in any way stinted its growth or prevented it from embracing within its range the various aspects of juridical relations which the complexity of human affairs may usually bring about.
ऐसी सरकार चुनने हेतु मतदान करें जिस पर आगे के सुधारों हेतु आप दबाव बना सकें — श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण हेतु, भीषण गति से बढ़ती अनुत्पादक जनसंख्या पर अंकुश हेतु, कैंसर बन चुके कश्मीर को सामान्य राज्य बनाने हेतु, शैक्षिक तंत्र में आमूल चूल परिवर्तन हेतु … समस्यायें अनेक हैं, सुलझी सरकार से ही सुलझनी हैं, लॉलीपॉप दे लुभाने वाली अकर्मण्य भ्रष्ट सरकार से नहीं। सरकार अर्थात सर्वकार, मतदान सोच समझ कर करें, अवश्य करें।
अल्पशेषमिदं कार्यं दृष्टेयमसितेक्षणा देवी सीता का दर्शन तो कर लिया, अब मेरे इस कार्य का अल्प अंश शेष रह गया है। त्रीनुपायानतिक्रम्य चतुर्थ इह दृश्यते…
Wood Sandpiper चुपका पङ्क-कीच वाले जलाशयों में कीड़े-मकोड़े उदरस्थ करने हेतु विचरण करता रहता है एवं समय-समय पर अपनी पूँछ को ऊपर-नीचे भी करता रहता है।
पश्चिमी दर्शन, फ़िल्म,साहित्य में सनातन दर्शन का संदर्भ मुख्यतया प्रायः बौद्ध दर्शन के रूप में मिलता है। सम्भवतः इसका कारण पश्चिमी अब्राहमिक धर्मों के ईश्वरदूत (prophet) के रूप में किसी एक व्यक्ति विशेष को देखने की प्रवृत्ति हो जिसे वे तथागत के रूप में देख इस दर्शन की ओर आकर्षित होते हों। परन्तु सत्य तो यह है कि बौद्ध दर्शन विस्तृत सनातन दर्शन का विरोधाभासी न होकर उस विशाल वटवृक्ष की एक विशेष शाखा ही है।
मारुति हनुमान ने सीता के वचन सुने तथा सोचने लगे कि यह तो मेरा नया तिरस्कार हो गया ! कवि ने उनके लिये लक्ष्मीवान् (लक्ष्मी – लक्ष्-इ मुट् च) संज्ञा का भी प्रयोग किया है क्यों कि वे सम्पदा से युक्त थे। सम्पदा क्या थी?
विवाह का निर्णय युवाओं का, परंतु एक माता-पिता अपने बच्चों को भली भाँति जानते हैं। We have a very romantic view of marriage. Theirs is more pragmatic.
ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी – शताब्दियों पुरानी रामचरितमानस प्रति में? क्या ‘शूद्र’ पर अत्याचारों का नरेटिव स्थापित करते समय इस चौपाई के साथ छेड़छाड़ की गयी?
Ammonia significant ingredient in smog, नवीन शोधों में अमोनिया धुंध के बड़े कारणों में सामने आया है। इसे पकड़ना वैज्ञानिकों के लिए चुनौती भरा मार्ग रहा।
योग में क्रमशः उन्नति के ६ या ८ स्तर कहे गये हैं। उसी का आन्तरिक रूप तन्त्र में मेरुदण्ड तथा उसके ऊपर मस्तिष्क के षट् चक्रों का भेदन है।
जांघिल का जीवनकाल २०-३० साल का होता है। ये नीड़ का निर्माण प्राय: कॉलोनी स्वरूप में करते हैं। अन्य बगुलों और पेलिकन के साथ भी नीड़ निर्माण कर लेते हैं।
कार्यक्रम नागरिकों और प्रशासन के एक साथ काम करने का उत्तम उदाहरण है। भारत में प्रशासन इस तरह करे तो त्यौहारों के समय होने वाली दुर्घटनाओं संभवतः अल्प हों।
भारत के गणित ज्योतिष के उन्नत काल में कभी मुख्य देशान्तर उज्जैन से जाता हुआ माना जाता था तथा उसका विषुवत वृत्त से मिलन बिन्दु लङ्का?
बतुकम्मा, बोड्डेम्मा। तेलंगाना-तेलगू क्षेत्रों में दो ऐसे पर्व हैं जो पूर्णत: स्त्रियों द्वारा मनाये जाते हैं, पुरुषों का योगदान सामग्री आदि के प्रबंध तक सीमित रहता है।
विराम दे दे यह पाँच प्रकार के स्वर निकालता है। इसके स्वर को शुभ माना गया। अन्य नाम पिङ्गचक्षु, पिङ्गेक्षण आदि हैं। क्वयी एवं पिङ्ग नाम भी मिलते हैं। पञ्चतन्त्र का कृकालिका भी यही पक्षी है।
मानक के रूप में जन्मतिथि है १९-११-१८३५ किन्तु एक और जन्मतिथि १९-११-१८२८ भी कही और मानी जाती है। फिर इन दोनों में सही जन्मतिथि कौन सी है?