सारी धरती से

इस बार के विशेषाङ्क में हमने वैश्विक साहित्य से उन सम्वेदनाओं को अनुवादों के माध्यम से सँजोया है जो देश काल से परे सबको झङ्कृत करती हैं। एशिया, यूरोप, दोनों अमेरिका, अफ्रीका एवं ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपों से विविध कालखण्डों की ऐसी रचनायें प्रस्तुत हैं जिनमें मानवीय प्रेम, उत्साह, विलास एवं हताशा से उठती आशायें दिखती हैं।

भारत के पाँव बँधे अवरोधक

अर्थव्यवस्था में सुधार हेतु शीघ्र ही नीतिगत उपायों की अपेक्षा है क्यों आगामी पाँच वर्षों में जिन उपलब्धियों का लक्ष्य है, उनकी प्राप्ति में वर्तमान स्थिति के लम्बे समय तक बने रहने से कठिन बाधायें उठ खड़ी होंगी।

Silent Killer शांत महामारी

सामाजिक संसर्ग या सम्वाद की जो ‘दक्षता’ होती है, वह शनै: शनै: लुप्त हो रही है। परिवार संस्था पर भयानक दबाव है, इतना कि बाल या किशोरावस्था की अपनी संतानों से माता पिता भी बहुत खुल कर सम्वादित नहीं हो पा रहे। आवरण को बड़ा आकर्षक नाम भी दे दिया गया है – ‘निजी स्पेस’।

Five Trillion Economy पचास खरब की अर्थव्यवस्था

देश की परिभाषा बहुसंख्यक जनता के हितों से आती है। हम देश को मिस्र के अति सम्पन्न एवं शिल्प कौशल में समय के कीर्तिमान किन्तु मृत जन को संरक्षित रखते पिरामिडों के समान तो नहीं बनाना चाहते न?

पङ्क पड़ी परम्परा का आर्तनाद

भारत में अभियाननाद नहीं, आर्तनाद ही चल रहा है। भारतविद्या एवं भारत की उन्नति के इच्छुक गम्भीर युवाओं को इन सब प्रवृत्तियों से मुक्त हो कर्मसंलग्न होना होगा। हम मिथ्या गौरवबोध में जीने को आतुर हैं, वह हमारा अंग बन चुका है। पुरातन का अध्ययन, उनका वैज्ञानिक एवं सत्यनिष्ठ विश्लेषण तथा आक्रमणों के सटीक उत्तर, ये सब होने चाहिये किंतु उसके स्थान पर हो क्या रहा है?

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Square Meal दो जून की रोटी, लीची एवं अकाल उगाता मनुष्य

Square Meal दो जून की रोटी – जनसंख्या का पेट भरने हेतु किये जा रहे अंधाधुंध दोहन एवं स्वार्थ के कारण हम अपना मृत्युगीत लिख रहे हैं।

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जननिर्णय निर्भय बल विश्वास अनूप

इस बार का निर्णय ग्रामीण भारत का, गँवई भारत का भावुक निर्णय नहीं, मुक्त हो, सचैतन्य आगे बढ़ कर सशक्तीकरण की दिशा में लिया गया निर्णय रहा।

आँख में तीर – अजानन्निव किं वीर त्वमेनमनुवर्तसे

आँख में तीर – अजानन्निव किं वीर त्वमेनमनुवर्तसे … आप अनुवर्तन में ही क्यों लगे हैं? वह प्रहार किये जा रहा है, आप तो केवल प्रहार के निवारण में लगे हैं?

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चुनाव, लोकतंत्र गुणवत्ता, सुरक्षा संकट एवं शत्रुबोध

आज जब कि युद्ध के उपादान, समय, क्षेत्र, अवधि, माध्यम आदि में विशाल विविधता आ चुकी है, सुरक्षा की ‘सकल स्थिति’ पर विचार करने की आवश्यकता है।

उत्तिष्ठ हरि शार्दूल लङ्घयस्व महार्णवम्

उत्तिष्ठ हरि शार्दूल। भीरुता की परिपाटी तोड़ने के लिए समय-समय पर नए हनुमान प्रस्तुत करना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस देश में हरि शार्दुल तभी पैदा हो पाएंगे।

नव संवत्सर पर – दूरगामी एवं व्यापक हित हेतु सोच समझ कर मतदान करें।

ऐसी सरकार चुनने हेतु मतदान करें जिस पर आगे के सुधारों हेतु आप दबाव बना सकें — श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मन्‍दिर निर्माण हेतु, भीषण गति से बढ़ती अनुत्पादक जनसंख्या पर अंकुश हेतु, कैंसर बन चुके कश्मीर को सामान्य राज्य बनाने हेतु, शैक्षिक तंत्र में आमूल चूल परिवर्तन हेतु … समस्यायें अनेक हैं, सुलझी सरकार से ही सुलझनी हैं, लॉलीपॉप दे लुभाने वाली अकर्मण्य भ्रष्ट सरकार से नहीं। सरकार अर्थात सर्वकार, मतदान सोच समझ कर करें, अवश्य करें।

हम कभी दीर्घ ‘लाभ’ की नहीं सोचते

चार दिन का है खेला रे; को नृप होंहि हमहिं का हानी को जीते हम दीर्घ लाभ नहीं देखते। संसार के किसी भी वाङ्मय में ऐसा कुछ भी अनूठा नहीं है जो हमारे यहाँ नहीं।

जिहादी मुल्क एवं बनिया देश

चूँकि युद्ध एवं विनाश एक दूसरे के पर्याय हैं, कोई भी विकसित उत्पादक समाज युद्ध नहीं चाहता, जब कि लुटेरा सदैव चाहता है जिसकी युद्ध की अपनी परिभाषा होती है — संरक्षण हेतु नहीं, लूट हेतु। जिहाद उसी प्रकार का युद्ध है।

पुलवामा, कम्युनिस्ट वैचारिकी एवं प्रबुद्ध वर्ग का पतन

आधुनिक भारत की समस्या उसके प्रबुद्ध वर्ग के घोर पतन की है। जन सामान्य सदैव ऐसे ही रहे हैं। वांछित सुखद परिवर्तन प्रबुद्ध वर्ग की उत्कृष्टता में अभिवृद्धि से होते हैं, उनके पतन से देश का पतन होता है। प्रबुद्ध वर्ग निराशा भरा है।

Dynamo, आर्यावर्त एवं भारत

हिन्दी क्षेत्र की असफलता उस चुम्बक-युक्ति में गति के अभाव से समझी जा सकती है जिसमें बल था, क्षमता थी किंतु नहीं थी तो सार्थक गति नहीं थी। आर्यावर्त का Dynamo मात्र पङ्गु ही नहीं है, वरन चलने की उसमें इच्छा ही नहीं है !

Disposable Single-use Plastic एकलप्रयोग प्लास्टिक से मुक्त हों !

स्वयं हेतु, अपने परिवार हेतु, पर्यावरण हेतु, धरती माता हेतु, नदी माता हेतु एकलप्रयोग प्लास्टिक को निश्चित रूप से अपने जीवन से दूर करें। यह आगामी पीढ़ियों के स्वास्थ्य हेतु भी बहुत ही आवश्यक है।

Demographic Jihad जनसंख्या जिहाद की चपेट में भारत

देश एक दिन में नहीं कटते बँटते, सरल भी नहीं होता किन्‍तु यह दारुण सत्य है कि किसी देश में मूलवासियों के धर्म, संस्कृति एवं आस्था का मर्दन करने के साथ साथ आक्रामक विनाशी विचारों की बाढ़ हो तथा बहुविध सुनियोजित षड्यंत्रों, योजनाओं के साथ उदारता एवं विधि विधानों का पूर्ण लाभ लेते हुये समूह लगे रहें तो विखण्डन साध्य हो जाता है। भारत इस सत्य का बड़ा प्रमाण है।

Ammonia significant ingredient in smog

Ammonia significant ingredient in smog धुंध कारणों में अमोनिया महत्वपूर्ण घटक बना

Ammonia significant ingredient in smog, नवीन शोधों में अमोनिया धुंध के बड़े कारणों में सामने आया है। इसे पकड़ना वैज्ञानिकों के लिए चुनौती भरा मार्ग रहा।