Tiny Lamps लघु दीप – 16

प्राकृत सुभाषित – चारित्र, ज्ञान, क्रिया एवं दु:खनाश असुहादो विणिवित्ती, सुहे पवित्ती य जाण चारित्तं । [द्रव्यसंग्रह] अशुभ से निवृत्ति एवं शुभ में प्रवृत्ति ही चारित्र है। चारित्तं खलु धम्मो । [प्रवचनसार] यथार्थत: चारित्र ही धर्म है। नाणंमि असंतंमि, चारित्तं वि न विज्जए । [व्यवहार भाष्य] ज्ञान के अभाव में चारित्र भी नहीं है । जेण…

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Uttar Kuru and Jats उत्तर कुरु और जाट

Uttar Kuru and Jats : जब अरब सिंध में प्रविष्ट हुये, तब जाट वहाँ की प्रमुख जाति थे जो सिंध, अफ़ग़ानिस्तान, और उनसे भी आगे तक फैले हुए थे।

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Lion Lights उपाकर्म, उपक्रम, नवोन्मेष

Lion Lights देश विदेश की राजनीति, क्रिकेट, सिनेमा, जाति उत्थान आदि, ढेर सारी बड़ी भारी समस्याओं के बीच से यह लघु प्रश्न चीख रहा है, आप उत्तर देंगे?

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Agni Puran अग्निपुराण [पुराण चर्चा – 1, विष्णु दशावतार तथा बुद्ध – 6]

Agni Puran अग्निपुराण : अश्वशिर (हयग्रीव) एवं दत्तात्रेय, दो अन्य नाम हैं जो अन्य पुराणों की अवतार सूचियों में उपस्थित रहे हैं।

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Chronic pain जीर्ण वेदना, वेदना प्रबन्‍धन, परिग्रह एवं अनासक्ति : सनातन बोध – 34

Chronic pain : पश्चिमी चेतना के चिकित्सा वर्ग हेतु इन सिद्धांतों को समझना कठिन है। स्वीकृति को सरलता से अवसाद या निराशा समझ लिया जा सकता है ।

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White Eyed Buzzard, Butastur Teesa, तीसा, श्वेतनेत्र गरुड, पुण्डरीकाक्ष सरट-सुपर्ण। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या फैजाबाद, उत्तर प्रदेश, June 03, 2018

White-Eyed Buzzard, तीसा, पुण्डरीकाक्ष सरट-सुपर्ण

श्वेत या तनु पीताभ आँखों की पुतलियों के कारण ही इसे पुण्डरीकाक्ष कहा गया है। श्येन सम किसी भी पक्षी की आँखें ऐसी नहीं होतीं।

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