Protect yourself from data thieves! यदि आप अपनी निजी सूचनाओं के प्रति किञ्चित भी असावधान हुए तो उन्हें कोई भी उड़ा सकता है। कुछ दिनों पहले एक बड़े अधिकारी ने अपना आधार नंबर सार्वजनिक रूप से ट्विटर पर देकर सब को चुनौती दी कि उनकी निजी सूचनायें कोई सार्वजनिक कर सके तो करे, कुछ सार्वजनिक हुईं, कुछ नहीं भी हो पाईं। पर इतने भाग्यशाली हम और आप नहीं हो सकते हैं। जिस प्रकार से RBI और अन्य बैंक निरन्तर अपने ग्राहकों को इस विषय में सुरक्षित रहने हेतु शिक्षित कर रहे हैं, उससे यही समझ में आता है कि यदि हमारी सूचनायें किसी के हाथ लग गईं तो हमें कोई नहीं बचा सकता। बड़ा प्रश्न यह है कि हम अपनी विविध सूचनायें, डाटा आदि किस प्रकार से सुरक्षित रखें जिससे कि हमारी गाढ़ी कमाई सुरक्षित रहे ?
वाई फ़ाई को सुरक्षित रखें
आज कल हमारे सभी उपकरण वाई-फ़ाई से जुड़े होते हैं, अत: हमें सबसे पहले अपने वाई-फ़ाई कनेक्शन को सुरक्षित बनाना होगा। अपने वाई-फ़ाई के लिए कठिन पासवर्ड रखें एवं जब भी वाई-फ़ाई का उपयोग न कर रहे हों तो अपना मॉडेम बंद रखें। अपने वाई-फ़ाई पासवर्ड को नियमित अंतराल पर परिवर्तित करते रहें। अधिक सुरक्षा के लिए आप अपने वाई-फ़ाई को अदृश्य (Invisible) भी कर सकते हैं।
फ्री की वस्तु महँगी पड़ सकती है
फ़्री का वाई-फ़ाई उपयोग करने से सदैव बचें। जब भी आप फ़्री का वाई-फ़ाई उपयोग कर रहे होंगे तो असुरक्षित नेटवर्क से जुड़े होंगे। कोई भी हैकर आपके डिवाइस के माध्यम से वित्तीय लेन देन कर सकता है। यहाँ तक कि आप के बिना जाने ही कोई भी आपकी डिवाइस से राष्ट्रविरोधी गतिविधियाँ भी कर सकता है और आपको पता भी नहीं चलेगा।
अपने उपकरणों को सुरक्षित रखें
अपने मोबाइल, लैपटॉप आदि पर फ़्री के सॉफ़्टवेयर को संस्थापित करने से बचें। अच्छे एंटी वायरस और एंटी मेलवेयर सॉफ़्टवेयर अपने डिवाइस पर संस्थापित रखें। जब भी आपका ब्लूटूथ उपयोग में न आ रहा हो उसे off रखें। आजकल प्राय: सभी प्रकार के OTP मोबाइल पर आते हैं, अत: अपना मोबाइल पासवर्ड से सुरक्षित रखें।
एप्प का सावधानीपूर्वक उपयोग करें
ध्यान रखें आजकल अधिकतर डेटा एप्स के माध्यम से ही चोरी होता है। मोबाइल एप्प प्राय: सभी प्रकार की परमिशन इंस्टाल होते समय लेते हैं, जैसे कि कांटेक्ट लिस्ट, कैमरा, SMS, लोकेशन इत्यादि। ये मोबाइल एप्प आपके मोबाइल की सभी प्रकार की सूचनाओं एवं डेटा को भी माइन करता रहता है। यह ध्यान रखें कि आप एप्स का उपयोग करना बाधित नहीं कर सकते हैं, किन्तु आपने जो अनुमतियाँ एप्स को दी हैं, उन्हें आप किसी भी समय हटा सकते हैं।
ईमेल अलर्ट
अपने ईमेल को कठिन पासवर्ड से सुरक्षित रखें तथा अपना पासवर्ड नियमित अंतराल पर परिवर्तित करते रहें। आजकल प्राय: समस्त स्थानों पर ‘सेकंड फैक्टर’ उपयोग के कारण ईमेल पता एवं कूट बहुत संवेदनशील सूचनायें हो गये हैं। जब भी कोई नया एक OTP मँगाया जाता है तो वह ईमेल पर आता है। आपने किसी नये उपकरण या युक्ति (device) पर लॉगिन किया तो ई मेल पर त्वरित सतर्कता संदेश आ जाता है जिससे आप के साथ किसी प्रकार की अनहोनी होने की सम्भावना बहुत अल्प रह जाती है।
अपने कार्ड को सुरक्षित रखें
जब भी आप ATM से पैसे निकाले हैं तो सदैव सतर्क रहें और देखें कि कहीं ATM पर ‘क्लोनिंग डिवाइस’ तो नहीं लगी हुई है। वैसे ही POS पर अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करते समय ध्यान रखें, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड को स्वाइप कर पैसे निकालने के लिए या लेन देन करने के लिए केवल पिन नंबर चाहिए होता है, परन्तु जब भी आप ATM या POS पर लेन देन करें तो सदैव पिन डालते समय कीपैड को छिपा लें। यदि आपको ऐसा लगता है कि किसी और को आपका PIN पता चल गया है तो तुरंत ही PIN परिवर्तित कर दें। यदि आपको लगता है कि डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का क्लोन हो चुका है तो ग्राहक सेवा केंद्र को फ़ोन कर अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करवा दें तथा नया जारी करने को कहें। ध्यान रखें कि बैंक इसके लिये लघु शुल्क लेंगे, परंतु यदि किसी ने धोखाधड़ी का ट्रांजेक्शन कर लिया तो उस धन को पुन: प्राप्त करने में आप को बहुत ऊर्जा एवं समय आदि लगाने पड़ेंगे, मिलेगा या नहीं, इसका भी पता नहीं। ध्यान रखें कि हर धोखाधड़ी के ट्रांजेक्शन का पैसा नहीं मिलता, यह बैंक पर निर्भर करता है।
अपना पासवर्ड सुरक्षित रखें
आजकल ऑनलाइन पोर्टल, टिकट बुकिंग वेबसाइट या सेवा प्रदाता (service provider), सभी यूज़रनेम और पासवर्ड होने पर ही काम करते हैं तथा समय-समय पर पासवर्ड परिवर्तन आवश्यक भी कर देते हैं। है तो यह हमारे भले के लिये ही किन्तु प्रत्येक वेबसाइट का यूज़र ID और पासवर्ड ध्यान रखना बहुत ही कठिन होता है। जब भी आप पासवर्ड बनायें तो इस बात का ध्यान रखें कि आपका पासवर्ड सभी स्थानों पर एक ही या एक समान न हो तथा कठिन हो। कुछ वेबसाइट छद्म होती हैं जो कि आपके यूज़र ID, पासवर्ड और अन्य महत्वपूर्ण सूचनायें ले लेती हैं जिसे फिशिंग (phishing) कहा जाता है। इस प्रकार की वेबसाइट से सावधान रहें। ऐसे वेबसाइट, जिनके यूआरएल पते के पूर्व https:// प्रोटोकॉल एवं उसके साथ लघु ताले ? का चिह्न न हो, उन पर वित्तीय लेन-देन न करें तथा ना ही अपना अभिज्ञान (ID) एवं कूट (Password) अङ्कित करें। सामान्य पतोंं में केवल http प्रोटोकॉल लगा होता है, आगे s वाला https security सुरक्षा दर्शाता है।
सोशल मीडिया पर निजी सूचनायें न दें
अपनी निजी सूचनायें यथा जन्मदिन, जन्मस्थान, घर या ऑफ़िस का पता, फ़ोन नंबर इत्यादि सोशल मीडिया पर साझा न करें। आजकल जन्म दिनांक, स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट में दूसरा कूट (password) होता है तथा इसका प्रयोग कर ‘पासवर्ड रीसेट’ का अनुरोध प्रेषित किया जा सकता है या बिना अनुरोध भेजे रीसेट भी किया जा सकता है।
अपना डाटा ऑफ़लाइन भी सुरक्षित रखेंं
आज कल पेट्रोल पंप, विपणन परिसर (Mall) में ‘लकी ड्रॉ’ के कूपन भरवाने के लिये कई लोग घूमते हैं तथा वे आप की निजी सूचनायें यथा नाम, पता, फ़ोन नंबर, ईमेल एड्रेस ले लेते हैं, जिन्हें वे विविध वित्तीय संस्थाओं को बेच देते हैं। आपका पुराना फोन का बिल, बैंक स्टेटमेंट हो या आपका बोर्डिंग पास, सब में आपकी अनेक निजी सूचनायें होती हैं जिन्हें आपको सुरक्षित रखना चाहिये।
मध्यवर्ती लोगों से भी सावधान रहें
आपका डाटा बहुत सी वित्तीय मध्यवर्ती कंपनियों, टेलीकॉम कंपनियों के पास रहता है जहाँ से भी आपका डाटा लीक हो सकता है। सदैव उन्हीं वित्तीय कंपनियों के साथ कार्य व्यापार सम्बन्ध रखें जिनका तन्त्र बहुत सुरक्षित एवं शक्तिशाली हो तथा ‘डाटा लीक’ होने की सम्भावना नगण्य हो।
इनके अतिरिक्त,
1. हो सके तो आनलाइन क्रय के लिए क्रेडिट कार्ड का ही उपयोग करें, डेबिट कार्ड का नहीं।
2. कोई भी पत्र, लिफाफा, पार्सल आदि जिस पर आपका पता लिखा हो उसे ठीक प्रकार से नष्ट करें।
3. सार्वजनिक स्थल पर किसी को फोन पर बोल बोल कर अपनी निजी सूचना न दें।
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