Did Rama eat meat during his exile?

Did Rama eat meat during his exile?

Did Rama eat meat’ will be a long article in many parts as it will examine the whole Vālmīkīya Rāmāyaṇa (VR), not being speculative to the maximum extent possible, to find out what exactly comes out about the oft raised issue of meat eating in general and by Rāma during exile in particular. The article will be a ‘dynamic one’ as I’ll be revising and refining it basis new and relevant findings in other sources and new insights. Meat here should be taken as ‘cooked animal flesh’ taken as diet.

Zeigarnik effect अज्ञात अपूर्ण कार्य तनाव और बहती उर्जा

Zeigarnik effect अज्ञात, अपूर्ण-कार्य-तनाव और बहती ऊर्जा।

ज़ीगरनिक प्रभाव एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारा मस्तिष्क अपूर्ण कार्यों व घटनाओं को स्मरण करवाता रहता है। हमें बार-बार उन्हीं अपूर्ण घटनाओं व कार्यों पर अटकाता रहता है। Bluma Wulfovna Zeigarnik नमक एक रूसी महिला मनोविद ने उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में इस विषय पर शोध किया और उन्हीं के नाम पर इस मानसिक स्थिति का नाम पड़ा – ज़ीगरनिक प्रभाव।

Paddy-field Pipit चरचरी। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, July 21, 2020 तथा सोहागी बरवा वन्यजीव अभयारण्य, हररैया, बलरामपुर के पास - 271201, उत्तर प्रदेश, July 10, 2020

Paddy-field Pipit चरचरी धान चिड़ी, रुगैल, चुइँया – Anthus rufulus

चरचरी मैदानी क्षेत्रों का पक्षी है। जिसे धान के खेतों, खुले मैदानों, वाटिकाओं, जल स्रोतों के कूल पर या झाड़ियों पर बैठना रुचिकर है। जहाँ इनको इधर-उधर फुदकते हुए बीज और कीड़े-मकोड़े पकड़ते देखा जा सकता है।

धर्षण rape कोलाहल विद्या : सा विद्या या विमुक्तये

धर्षण rape कोलाहल विद्या : सा विद्या या विमुक्तये

धर्षण rape कोलाहल विद्या -कृत्रिम औचित्य के चक्कर में पुरुष अपने गुणों को ही गँवा देगा तो जो महती क्षति वह स्त्रियों को अधिक कुप्रभावित करेगी। किसी भी सभ्य समाज में जननी स्वरूपा स्त्री का सम्मान व सुरक्षा बड़े आदर्श होते हैं, हमारे यहाँ भी हैं और रहेंगे किंतु यह भी सच है कि उन्हें बनाये रखने हेतु मानसिक रूप से स्वस्थ, आत्मग्लानि या आत्मघाती वितृष्णा से मुक्त धर्मनिष्ठ साहसी पुरुष परम आवश्यक हैं, तब और जब कोई समाज चहुँओर आक्रमणों को झेल रहा हो।

यूआरएल स्लग क्या है

यूआरएल स्लग क्या है

इन्टरनेट, वेब ब्राउज़र आदि पर घूमते हुए आपको कभी ‘स्लग (Slug)’ यूआरएल का नाम सुनाई दिया। पर्मालिंक, शोर्ट लिंक, प्रीटी पर्मालिंक (Pretty Permalink) आदि शब्द। जी हाँ आज यही जानते हैं ये क्या है?

Andropogon muricatus usira उशीर Vetiver खस और बुद्ध : लघु दीप - ३१

Andropogon muricatus usira उशीर Vetiver खस और बुद्ध : लघु दीप – ३१

Andropogon muricatus usira उशीर ‍~ तुम्हारे कल्याण के लिये कहता हूँ – जैसे खस के लिये लोग उसीर को खोदते हैं, वैसे ही तुम तृष्णा की जड़ खोदो। नळ उस धरा पर बहुलता से होने वाला तृण है जिस पर कभी बुद्ध भ्रमण करते थे। उसकी जड़ें बहुत दूर तक पहुँचती हैं। अगले अङ्क में भी तो कुछ जानना है न?

Bengal bush lark अगिन। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, सरयू आर्द्र भूमि, माझा, अयोध्या-224001, उत्तर प्रदेश, June 25, 2017

Bengal bush lark अगिन

Bengal bush lark अगिन, खुले मैदानों और खेतों में पाई जाने वाली चिड़िया है। जिसे खेतों में दाना चुगते या फिर झाड़ियों पर बैठे हुए देखा जा सकता है। इसका आवास जल स्रोतों के निकट अधिक होता है। इसकी लम्बाई लगभग ६ इंच होती है। अभिज्ञान या दिखने में इसके नर और मादा एक जैसे होते हैं।

यः ज्ञः एन कल्पन्ताम् – ललित और गणित का घालमेल

यः ज्ञः एन कल्पन्ताम् – ललित और गणित का घालमेल या कुछ और भी?

प्रश्न तो यह उठना चाहिये कि क्या वैदिक ऋषि इन मन्त्रों द्वारा गणित के एक महत्वपूर्ण सूत्र को व्यक्त करने हेतु, भाषा गणित की और शैली ललित की, चुन कर अपनी संततियों को अपने ज्ञान के आगार के रहस्यमय तालयन्त्र की कोई गुप्त कुञ्चिका दे गया था जिसे उसकी संततियों ने अज्ञानवश, प्रमादवश, अविश्वासवश, या काल के क्रम में कहीं खो दिया?

ममता और निर्ममता

ममता और निर्ममता : शब्द – ७

ममता और निर्ममता- ममता (मम+तल्+टाप्)। तल्+टाप् से बनने वाले शब्द सदा स्त्रीलिंग होते हैं। जहाँ मम अर्थात् स्वकीय भाव का अभाव हो – निर्मम। भारतीय आन्वीक्षिकी में राजपुरुषों, धर्मस्थों आदि हेतु निर्ममता को एक आदर्श की भाँति लिया गया है। समय के साथ शब्दों के अर्थ रूढ़ होते जाते हैं। निर्मम शब्द का अर्थ अब बहुधा नकारात्मक रूप में लिया जाता है, क्रूरता से, बिना किसी करुणा आदि के किया गया अवांंछित कर्म निर्मम कह दिया जाता है।

Hypocrisy ढोंग

Hypocrisy ढोंग : सनातन बोध – ८२

Hypocrisy ढोंग – भीतर से क्रूर होते हैं किंतु मधुर वाणी बोलते हैं। वे घासफूस से ढके कुँये के समान होते है, धर्मध्वजी बन कर संसार को लूटते हैं। वर्ष २००१ में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि नैतिकता का दिखावा कर रहे लोग उतने ही स्वार्थी निकले जितना नैतिकता के झंझट में नहीं रहने वाले। निष्पक्षता का चोला पहने पत्रकार इसके सटीक उदाहरण हैं।

Arthashastra Punishes Malfeasant Judges अर्थशास्त्र व कदाचारी न्यायाधीश

Arthashastra Punishes Malfeasant Judges अर्थशास्त्र व कदाचारी न्यायाधीश

न्याय का नाश करने की स्थिति में दण्डित करने के विधान बड़े स्पष्ट एवं सरल थे, दुरूह स्थिति नहीं थी। अर्थशास्त्र में कौटल्य (वा विष्णुगुप्त चाणक्य) ने न्यायालय को ‘धर्मस्थीय’ कहा है अर्थात वह स्थान जहाँ ‘धर्म में स्थित’ जन रहते हों। भारतीय सर्वोच्च न्यायालय का घोष वाक्य है – यतो धर्मस्ततो जय:। महाभारत से लिया गया यह अंश उद्योग पर्व में प्रयुक्त हुआ है।

Pied bushchat अश्वक। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, शारदा नहर का तट, निकट पैगापुर ग्राम, अयोध्या - 224001, उत्तर प्रदेश, March 14, 2017

Pied bushchat काला पिद्दा

Pied bushchat काला पिद्दा। इस पक्षी का अश्वक नाम अश्व अर्थात घोड़े के शिशु की चञ्चल चपल प्रकृति से साम्यता के कारण पड़ा। अश्म शब्द का अर्थ पत्थर या चट्टान है जिसकी सङ्गति Rock Thrus एवं Stone Chat (Saxicola torquatus) से बैठती है।

Bauhinia vahlii मालुवा चाम्बुली

Bauhinia vahlii Maluva चाम्बुली, मालू, Camel’s foot creeper और बुद्ध : लघु दीप – 30

Bauhinia vahlii Maluva चाम्बुली ~मेरी प्रेमिका मालुवा लता सी लिपटी। प्रमत्त होकर आचरण करने वाले मनुष्य की तृष्णा मालुवा लता की भाँति बढ़ती है। भारतीय वाङ्मय में अपने परिवेश, जन, अरण्य, पशु-पक्षियों व वनस्पतियों के प्रति अनुराग और जुड़ाव बहुत ही सहज रूप में दिखता है। अब उपेक्षा और अज्ञान इतने बढ़ चुके हैं कि आज के भारतीय जन को देख कर तो लगता ही नहीं कि यह वही धरा है, उसी के लोग हैं!

अधिकमास मलमास मलिम्लुच

अधिकमास पुरुषोत्तममास मलमास मलिम्लुच अधिमास संसर्प अंहस्पति अंहसस्पति

क्या होता है मलमास? पुरुषोत्तम नाम क्यों ? मलमास दो प्रकार का है – अधिकमास व क्षयमास। अधिकमास पुरुषोत्तममास मलमास मलिम्लुच – अधिमासव्रते प्रीत्या गृहाणार्घ्यं श्रिया सह ॥पुराणपुरुषेशान जगद्धातः सनातन। पुरुषोत्तमाय नम:।

Mahāmṛtyuñjaya Mantrā महामृत्युञ्जय मंत्र Markandeya Rishi, Lord Shiva and Yamraj, Raja Ravi Verma Painting

Mahāmṛtyuñjaya Mantra महामृत्युञ्जय मंत्र

त्र्य॑म्बकं यजामहे सु॒गन्धिं॑ पुष्टि॒वर्ध॑नम् । उ॒र्वा॒रु॒कमि॑व॒ बन्ध॑नान्मृ॒त्योर्मु॑क्षीय॒ मामृता॑त् ॥ तीन अम्बक वाले (सूर्य, चन्द्र, अग्नि नेत्र वाले, या जिसकी अम्बिका स्त्री हैं) की पूजा करते हैं, जो सुगन्ध या दिव्य गन्ध युक्त है तथा पुष्टि साधनों की वृद्धि करता है। जैसे ककड़ी का फल पकने पर स्वयं टूट जाता है, उसी प्रकार मृत्यु द्वारा शरीर से मुक्त हो जायेंगे, पर अमृत से हमारा सम्बन्ध नहीं छूटता।

Emerald Dove (Male) पन्ना कबूतर हरित कपोत (नर)। चित्र सर्वाधिकार: आजाद सिंह, © Ajad Singh, कतर्निया वन्यजीव अभयारण्य उत्तर प्रदेश, निशंगाराह मार्ग, बहराइच - 271855, उत्तर प्रदेश, April 08, 2018

Emerald Dove पन्ना कबूतर हरित कपोत

पन्ना कबूतर अपने नाम के अनुरूप ही पन्ना जैसा कान्तिमान हरित वर्ण का होता है। यह भारतीय राज्य तमिलनाडु का राज्य पक्षी है। श्रीलङ्का में इसकी एक दूसरी प्रजाति Chalcophaps robinsoni पाई जाती है।

श्राद्ध और सम्बन्धी

श्राद्ध और सम्बन्धी

श्राद्ध और सम्बन्धी – हम पितरों को कृष्णतिल एवं पयमिश्रितजल अर्पण करते हैं। एक गृहस्थ द्वारा षोडश दिवसपर्यन्त नित्य तर्पण किया जाना चाहिए।

परित्यक्त गाँव (नेपाल) भाद्रपद अमावस्या साहित्य संयुक्ताङ्क, २०७७ वि., वर्ष-५, अङ्क-८९, बुधवार

परित्यक्त गाँव (नेपाल)

दनुआर लोग
जो कभी फूँकते रहते थे प्राण
इन प्रस्थों के ऊपर,
ग्रस लिये गये
अधपके अरबी सपनों
और
नागर गुहा-मुखों द्वारा ।

जहाँ कभी पण्य और पंसार
के थे प्रसार ,
वहाँ बचे केवल अब
भूले स्वप्न
और
मृत पुरनियों के प्रेत।